चंद्रमंडीह .
चकाई-जमुई मुख्य मार्ग पर चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के पटना मोड़ के समीप गुरुवार की सुबह धान लदा तेज रफ्तार ट्रक एक बाइक पर पलट गया. इस कारण बाइक पर सवार होकर अदालती कार्य से जमुई जा रहे नौवाडीह पंचायत के संघरा गांव निवासी 45 वर्षीय मुरारी यादव ट्रक के नीचे दब गये. दुर्घटना में मुरारी यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गये. वे चकाई प्रखंड अंतर्गत नौवाडीह पंचायत के सरपंच ठाकुर यादव के भाई थे. मृतक के स्वजनों ने बताया कि मुरारी यादव का पुत्र किसी मामले में जमुई जेल में बंद है. उसी सिलसिले में वे जमुई जा रहे थे. चकाई-जमुई मुख्य मार्ग के पटना मोड़ के समीप पहुंचते ही तेज रफ्तार धान लदा ट्रक बाइक पर पलट गया. इस कारण घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी. वहीं घटना के बाद ट्रक चालक मौके से वाहन छोड़ कर फरार हो गया. इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में परिजन व स्थानीय लोग घटनास्थल पर जुटे तथा चकाई-जमुई मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. घटना की जानकारी मिलने के तत्काल बाद चंद्रमंडीह व चकाई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची एवं सड़क जाम कर रहे लोगों को समझा बुझाकर जाम हटाने का प्रयास किया. लेकिन परिजन व स्थानीय लोग घटनास्थल पर वरीय पदाधिकारी के आने की मांग पर अड़े रहे. हालांकि चंद्रमंडीह थानाध्यक्ष सुबोध कुमार द्वारा परिजनों को समझाने एवं सरकार द्वारा निर्धारित मुआवजा राशि उपलब्ध कराने के आश्वासन के बाद लोग जाम तोड़ने पर सहमत हुए. इसके बाद पुलिस ने शव को एक गाड़ी में लादकर पोस्टमार्टम हेतु जमुई भेज दिया. इधर जाम के दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. साथ ही भीषण गर्मी में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.गर्मी में जाम में परेशान रहे यात्री, वाहनों की लगी लंबी कतार
चंद्रमंडीह.
चकाई-जमुई मुख्य मार्ग पर चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के पटना मोड़ के समीप सड़क दुर्घटना में नौवाडीह पंचायत के संघरा गांव निवासी मुरारी यादव की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने मुख्य सड़क को घंटों जाम कर दिया. घटना सुबह लगभग पांच बजे हुई. घटना के लगभग एक घंटे बाद स्वजनों ने मुख्य सड़क को जाम कर दिया. जाम के कारण सड़क के दोनों ओर छोटी और बड़ी गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. परिजन घटनास्थल पर लगातार वरीय पदाधिकारी के आने की मांग कर रहे थे. इस बीच चंद्रमंडीह थानाध्यक्ष लगातार परिजनों को समझा बुझाकर जाम हटाने का प्रयास करते रहे थे लेकिन जाम नहीं हट पा रहा था. इस बीच लगभग चार घंटे बीत गया. एक तरफ जहां परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे तो दूसरी तरफ पुलिस का कोई वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे. इस दौरान पुलिस एवं जाम लगाने वाले के बीच कई दफा नोकझोंक भी हुई. इन सब के बीच में यात्रा कर रहे यात्री इस भीषण गर्मी में पूरी तरह पिस गये. घटनास्थल पहाड़ी इलाका है. वहां यात्रियों को पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा था. ऐसे में लोग खासे परेशान रहे. खासकर वृद्ध एवं छोटे-छोटे बच्चे की परेशानी कई गुना बढ़ गई थी. लोगों का आरोप था कि अगर कोई वरीय पुलिस पदाधिकारी घटनास्थल पर तत्काल पहुंच जाते, तो जाम काफी पहले टूट सकता था. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और यात्री लाचार एवं बेबस बनकर भीषण गर्मी का सामना करने के अतिरिक्त कुछ भी नहीं कर पाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है