Jamui News : बालू का उठाव करने पहुंचे पोकलेन व ट्रकों को ग्रामीणों ने खदेड़ा
अंचलाधिकारी ने कहा, कागजात की करायी जायेगी जांच
खैरा.
थाना क्षेत्र के जीतझिंगोई गांव में बरनार नदी में बालू खनन में लगे पोकलेन और ट्रकों को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने बालू उत्खनन को अवैध बताकर जमकर विरोध जताया व प्रदर्शन किया. इस दौरान जब पोकलेन और ट्रक बालू का उठाव करने पहुंचे, तो दर्जनों की संख्या में ग्रामीण वहां पहुंच गये. उन्होंने वहां बालू का खनन करने से रोक दिया. प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि विभाग द्वारा निर्धारित मापदंड की अनदेखी करते हुए मनमाने तौर पर गहरा गड्ढा खोदकर बालू का उठाव किया जा रहा है, जो नियम के बिल्कुल विरुद्ध है. बरसात में जब गड्ढे में पानी भरेगा, तो वह मौत का कुआं बन जायेगा. उन्होंने कहा कि मेसर्स संजय कुमार का टेंडर बरनार नदी के जोगाझिंगोई घाट का हुआ है, तो जीतझिंगोई घाट का बालू क्यों उठाया जा रहा है. इतना ही नहीं बालू उठाव के नाम पर मौत का कुआं बनाया जा रहा है. सात से आठ फीट गड्ढा कर जेसीबी और पोकलेन से उठाव किया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि बुधवार की आधी रात में छिपकर नदी घाट पर बालू का उठाव शुरू किया गया था. जब हम लोग इस घाट पर रात में ही पहुंचे, तो वाहन चालक अपने-अपने वाहनों को लेकर भाग निकले. पुन:गुरुवार के अहले सुबह बालू का उठाव कर्मियों द्वारा शुरू कर दिया गया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना खैरा अंचलाधिकारी को दी और बालू उत्खनन को ग्रामीणों ने कर्मियों से रोकने को कहा. स्थानीय ग्रामीणों ने अवैध तरीके से हो रहे बालू उठाव के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी की. अंचलाधिकारी उत्खनन स्थल पर पहुंचे और नदी में किये जा रहे गड्ढे और बरनार नदी के उस पार कोल्हुआ गांव के निकट बालू डंपिंग की ऊंचाई की मापी की. ग्रामीणों ने बताया कि गत वर्ष इसी घाट पर गहरे गड्ढे में कोल्हुआ गांव के एक युवक की मौत डूबने से हो गयी थी. बालू उठाव के संबंध में एक आवेदन खैरा के अंचलाधिकारी को भी पूर्व में दिया था. इसके बाद शाम को जिला खान निरीक्षक भी उक्त बालू घाट पहुंचे तथा आज घाट की मापी कराने का निर्देश दिया. अंचलाधिकारी ने जीतझिंगोई बालू घाट पर घंटों निरीक्षण किया उसके बाद ग्रामीणों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बालू उठाव की जो स्थिति है, वह उचित नहीं है. घाट पर जितने भी वाहन लगे हुए हैं, एक भी वाहन इधर-उधर नहीं जाना चाहिए. हम इसके संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज करेंगे. जब तक हम आदेश नहीं करेंगे, तब तक एक भी वाहन घाट से इधर-उधर नहीं जायेगा. उन्होंने कहा कि बालू घाट में जो क्षेत्रफल है, उसका कागजात भी सही नहीं है. इसे लेकर पूरे दिन गहमागहमी की स्थिति बनी रही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है