झाझा. प्रखंड क्षेत्र के बाराजोर पंचायत अंतर्गत खाता संख्या 269 में पड़ने वाली करीब 630 एकड़ जमीन की खरीद- बिक्री पर रोक लगा दी गयी है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने रविवार को जिला परिषद सदस्य धर्मदेव यादव की अध्यक्षता में जीवन टोला में एक बैठक की. बैठक में उपस्थित लोगों ने बताया कि वर्षों से उक्त जमीन को हमलोग जोत आबाद कर रहे हैं. मालगुजारी भी अदा करते रहे हैं. कुछ दिनों पूर्व इस जमीन की खरीद-बिक्री पर पाबंदी लगा दी गयी है. इस कारण हमलोगों का जीना मुहाल हो गया है. वहीं मौके पर जिप सदस्य ने कहा कि बिहार में आजादी के बाद आज तक जमीन का न्यायपूर्ण तरीके से बंटवारा नहीं हो पाया है. इसके चलते खेती-किसानी में लगे अधिकांश लोगों के पास बीघा-दो बीघा ही जमीन बची है. इस कारण किसान अपने ही खेत में मजदूर बनकर रह गये हैं. मजबूरन अब वे पलायन के कगार पर हैं. यदि इस जमीन पर से भी सरकार किसानों को बेदखल करती है तो गांव में गरीबी और पलायन तेजी से बढ़ेगी. सूबे की सरकार को अपने पूर्व के फैसले पर कायम रहना चाहिए और जिस जमीन का पक्का कागज किसानों के पास है, उनसे उनकी जमीन नहीं छीनी जानी चाहिए, ताकि वह अपने परिवार का भरण-पोषण लगातार कर सके. उपस्थित सदस्यों ने कहा कि अब हम सब सरकार के इस आदेश के विरोध में उच्च न्यायालय का दरबाजा खटखटाएंगे, ताकि हमलोगों को न्याय मिल सके. उपस्थित लोगों ने कहा कि सरकार यदि इस पर सही निर्णय नहीं लेती है, तो इसके विरोध में हमलोग सड़क से लेकर उच्च न्यायालय तक जाने का फैसला लेंगे. मौके पर मुखिया प्रतिनिधि प्रो अनवर अंसारी, पैक्स अध्यक्ष विजय कुमार मंडल, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि नागेश्वर मंडल, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि फैयाज अंसारी, उप मुखिया खूबलाल दास, धर्मेंद्र मंडल, विकास मंडल, बैजनाथ दास, विनोद मंडल, नवीन मंडल, रामकिशोर मंडल, राजकुमार मंडल समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.
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