कार्यपालक पदाधिकारी की मनमानी के खिलाफ वार्ड पार्षदों ने खोला मोर्चा

सिकंदरा नपं के उप मुख्य पार्षद समेत 10 पार्षदों ने ईओ पर मनमानी व वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा की जांच की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | November 25, 2024 6:38 PM

सिकंदरा नपं के उप मुख्य पार्षद समेत 10 पार्षदों ने ईओ पर मनमानी व वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा की जांच की मांग

जांच नहीं होने पर नपं कार्यालय में तालाबंदी कर आंदोलन का लिया निर्णय

सिकंदरा.

नगर पंचायत सिकंदरा के वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी की मनमानी के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद सूर्यनयन कुमार समेत 12 में से 10 वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी पर वित्तीय अनियमितता, जन कल्याणकारी व विकास कार्यों में रुचि नहीं लेने एवं आमजन समेत निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए डीएम अभिलाषा शर्मा को आवेदन दिया है. वहीं शिकायत पत्र की प्रतिलिपि प्रमंडलीय आयुक्त, विभाग के प्रधान सचिव व विभागीय मंत्री नितिन नवीन को भी भेजी गयी है. वार्ड पार्षदों ने डीएम को आवेदन देकर कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी के द्वारा की गयी वित्तीय अनियमितता समेत अन्य आरोपों की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की है. उप मुख्य पार्षद सूर्यनयन कुमार, वार्ड संख्या 01 की पार्षद अनीता देवी, वार्ड 03 के पार्षद राजेश कुमार मिश्रा, वार्ड 05 के पार्षद साबिर हुसैन, वार्ड 06 की पार्षद रेखा देवी, वार्ड 07 की पार्षद अनिता देवी, वार्ड 08 की पार्षद सीता देवी, वार्ड 09 की पार्षद तारा देवी, वार्ड 10 की पार्षद निशा देवी, वार्ड 11 के पार्षद विजय कुमार पांडेय व वार्ड 12 के पार्षद विष्णुदेव रविदास ने कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी पर विकास कार्यों व जनहित से जुड़े कार्यों में रुचि नहीं लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि ईओ की मनमानी के कारण सिकंदरा नगर पंचायत में विकास कार्य ठप पड़ गया है. सिकंदरा नगर पंचायत का गठन हुए तीन साल से अधिक का समय बीत गया, लेकिन आज तक किसी भी परिवार को कबीर अंत्येष्टि योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. छोटे व फुटकर विक्रेताओं को ऋण उपलब्ध करवा कर रोजगार के लिए प्रेरित करने वाली एनयूएलएम योजना समेत सरकार द्वारा निम्न तबके के लोगों को प्रदान की जाने वाली सभी प्रकार की सुविधा व सहायता से वंचित रखा जा रहा है. नगर क्षेत्र में साफ-सफाई की स्थिति बदहाल बनी हुई है.

लोकतांत्रिक व्यवस्था का नहीं कर रहीं पालन

पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि नगर निकाय की लोकतांत्रिक व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा बिना बोर्ड के प्रस्ताव के ही कई सामग्रियों व उपकरणों की खरीद कर ली गयी. पार्षदों का आरोप है कि कार्यपालक पदाधिकारी अनीशा कुमारी के योगदान देने के बाद से न तो कोई नया कार्य प्रारंभ हुआ है और न ही पूर्ण हो चुके कार्यों का भुगतान अभिकर्ता को किया गया है. शनिवार को अनियमितता की जानकारी प्राप्त करने को लेकर उप मुख्य पार्षद समेत 10 वार्ड पार्षद नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे, लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी ने सभी जनप्रतिनिधियों के प्रति अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इनकार कर दिया. इसके बाद से उप मुख्य पार्षद समेत दस वार्ड पार्षदों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया है. इसके बाद सोमवार को पार्षदों ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर कार्यपालक पदाधिकारी के अनुचित कार्यों की जांच कर कार्रवाई की मांग की है. वहीं जांच नहीं होने की स्थिति में 2 दिसंबर के बाद कार्यालय में तालाबंदी कर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है.

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