खुले में शौच के जाने के लिए मजबूर होंगी महिला व्रती
प्रखंड क्षेत्र के कुमार गांव में नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि मेला का प्रारंभ बुधवार से हो गया.
सिकंदरा. प्रखंड क्षेत्र के कुमार गांव में नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि मेला का प्रारंभ बुधवार से हो गया. हालांकि कलश स्थापना के साथ गुरुवार से नवरात्रि की विधिवत शुरुआत होगी. लेकिन मां नेतुला महारानी के दरबार में कष्टी देने के लिए बुधवार से व्रतियों का पहुंचना प्रारंभ हो गया. विदित हो कि शक्तिपीठ के रूप में विख्यात कुमार गांव स्थित मां नेतुला मंदिर में शारदीय नवरात्र के अवसर पर हजारों की संख्या में महिला व्रती नौ दिनों तक उपवास रख कर कष्टी देती हैं. कष्टी देने के लिये नवरात्र प्रारंभ होने के एक दिन पूर्व से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का आगमन प्रारंभ हो जाता है. जो अनवरत नौ दिनों तक वहीं रह कर नेतुला मंदिर में कष्टी देती हैं, लेकिन कुमार गांव स्थित मां नेतुला मंदिर में लगने वाले नौ दिवसीय नवरात्र मेले को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा अब तक समुचित तैयारी नहीं की गयी है. ऐसे में जिला भर में लगने वाले एक मात्र नवरात्र मेला को लेकर बरती जा रही प्रशासनिक उदासीनता हैरान करने वाली है. हालांकि कष्टी व्रतियों के लिये मां नेतुला मंदिर न्यास समिति के द्वारा कई प्रकार की व्यवस्थाएं की जाती हैं. परंतु कष्टी व्रतियों व अन्य श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण मंदिर समिति की व्यवस्थाएं नाकाफी साबित होती है. नौ दिनों तक मंदिर में रह कर कष्टी देने के दौरान व्रतियों को सबसे ज्यादा परेशानी शौच जाने में होती है. मंदिर परिसर में सीमित संख्या में शौचालय होने के कारण अधिकांश व्रतियों को खुले में शौच जाने के लिये मजबूर होना पड़ेगा. नवरात्र मेले के दौरान कष्टी व्रतियों व देर शाम तक फलाहार लेकर आने वाले कष्टी व्रती के परिजनों की सुरक्षा भी जिला प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
डीएम ने चलंत शौचालय की व्यवस्था करने का दिया था निर्देश
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व ही जिलाधिकारी अभिलाषा शर्मा व एसपी चंद्र प्रकाश ने संयुक्त रूप से मां नेतुला मंदिर पहुंच कर नवरात्र को लेकर तैयारियों का जायजा लिया था. इस दौरान जिलाधिकारी ने नवरात्रि के दौरान मंदिर में महिला श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए अस्थायी व चलंत शौचालय समेत सुरक्षा के दृष्टिकोण से दंडाधिकारी समेत पर्याप्त संख्या में पुरुष व महिला सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने की बात कही थी. लेकिन अब तक मेला क्षेत्र में अस्थायी या चलंत शौचालय की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. इस संबंध में मां नेतुला मंदिर न्यास समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सह कुमार पंचायत के पूर्व मुखिया हरदेव सिंह व सचिव कृष्णनंदन सिंह ने बताया कि मेला क्षेत्र में 26 स्थायी शौचालय अवस्थित है. लेकिन कष्टी व्रतियों व श्रद्धालुओं की संख्या के दृष्टिकोण से 26 शौचालय पर्याप्त नहीं है. ऐसे में व्रतियों को खुले में शौच जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है. उन्होंने श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन से मेला क्षेत्र में शौचालय की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है. वहीं नवरात्रि मेला के दौरान पुलिस गश्ती बढ़ाने के साथ ही मेला अवधि तक सुरक्षा बलों व महिला बलों के स्थायी तैनाती की मांग मंदिर समिति के द्वारा जिला प्रशासन से की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है