Jamui News : अखंड सुहाग को लेकर महिलाओं ने किया तीज व्रत, रखा उपवास
भगवान शंकर व मां गौरी की पूजा-अर्चना कर की सुख-समृद्धि की कामना
जमुई.
जिले भर में सुहागिन महिलाओं द्वारा शुक्रवार को हरतालिका तीज पर्व काफी उत्साह के साथ मनाया गया. इस अवसर पर मंदिरों में काफी भीड़-भाड़ देखी गयी. पंडित नागेंद्र झा ने बताया कि विवाहित महिला यह व्रत अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती है. उन्होंने बताया कि अविवाहित युवती भी परिवार की सुख-शांति, समृद्धि व अच्छे वर प्राप्ति को लेकर यह व्रत करती है. इस दौरान महिलाएं भगवान शिव, देवी पार्वती को प्रसन्न करने के लिए मंदिरों में पंचामृत से शिवलिंग का जलाभिषेक कराया जाता है. मान्यता है कि सबसे पहले देवी पार्वती ने यह व्रत किया था. इसलिए माता पार्वती का स्मरण कर महिला मंदिरों व अपने घरों में गौरी-शंकर का पूजन भी करती हैं. देवी पार्वती को सुहाग सामग्री भी समर्पित करती हैं. महिलाओं ने ब्रह्म मुहूर्त में सरगही की और निर्जला उपवास आरंभ किया. केला के पत्तों से मंडप बनाकर गौरी-शंकर की प्रतिमा स्थापित की. और देवी पार्वती को सुहाग सामग्री अर्पित की. रात में भजन-कीर्तन करते हुए जागरण भी करती हैं.हरितालिका तीज : सुहागिनों ने रखा निर्जला उपवास
खैरा.
प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को हरितालिका तीज का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया गया. तीज को लेकर सुहागिनों ने निर्जला उपवास रखा और अपने सुहाग के सलामती की कामना की. बताते चलें कि तीज को लेकर बीते गुरुवार को प्रखंड भर में महिलाओं ने नहाय-खाय किया था. नहाय-खाय को लेकर बीते गुरुवार को महिलाओं ने नदी व जलाशयों डुबकी लगायी. प्रसाद बनाकर ग्रहण किया था. स्थानीय बाजारों में गुरुवार और शुक्रवार को महिलाओं की भीड़ देखी गयी. महिलाओं ने जम कर कपड़े, चूड़ी व शृंगार सामग्री की खरीदारी की. तीज पर्व के मद्देनजर महिलाओं ने मेंहदी भी लगवायी. नवविवाहित महिलाओं में भी खासा उल्लास देखने को मिल रहा है. नवविवाहिता अपने मायके में आकर यह त्योहार मनाती हैं. इस दिन व्रत रखकर विशेष शृंगार किया जाता है. महिलाएं नदी किनारे की मिट्टी लाकर मां गौरा व भोलेनाथ का प्रतिरूप बनाती हैं. धूमधाम से पूजा-अर्चना की जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है