पतनेश्वर धाम सूर्य मंदिर में धूमधाम से हुई सूर्य की पूजा
प्रखंड क्षेत्र के पतनेश्वर पहाड स्थित किऊल नदी के तट पर अवस्थित जिले के एक मात्र सूर्य मंदिर में मंगलवार को धूमधाम से वार्षिक सूर्य पूजा की गयी.
बरहट. प्रखंड क्षेत्र के पतनेश्वर पहाड स्थित किऊल नदी के तट पर अवस्थित जिले के एक मात्र सूर्य मंदिर में मंगलवार को धूमधाम से वार्षिक सूर्य पूजा की गयी. इस मौके पर विद्वान पंडित दुर्गा दत्त आचार्य व मनोहर आचार्य नेे पूरे विधि विधान से पूजा करायी. पूजा के पश्चात सैकडों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने हवन पूजा में भाग लिया. पूजा की महत्ता बताते हुए विद्वान पंडित द्वय ने कहा कि शास्त्रों के अनुसार, माघ शुक्ल सप्तमी के दिन सूर्य पूजा का विशेष महत्व है. प्रत्यक्ष देव सूर्य नारायण की पूजा से जहां मनुष्य का शरीर निरोग रहता है. वहीं विश्व कल्याण के साथ सम्पूर्ण मानव मात्र को सुख-समृद्धि , पूर्ण आरोग्यता, धन वैभव व विद्या की प्राप्ति होती है. उन्होंने बताया कि आज के ही दिन सूर्य भगवान का प्रादुर्भाव हुआ था. इस कारण आज के दिन का विशेष महत्व है.इस दिन जो भी मनुष्य सूर्य पूजा की अराधना करता है उसे सैकडों रविवार करने का फल मिलता है.धरती के एक मात्र प्रत्यक्ष देव के कारण ही धरती की हरियाली के साथ सभी सजीव प्राणियों में जीवन कायम है।पूजा समिति के संयोजक अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि मानव व समाज कल्याण के लिए इस पूजा का विशेष महत्व है.उनके साथ रेखा मिश्र व कन्हैया मिश्र ने यजमान की भूमिका निभाई.पूजा पश्चात हवन कार्य सम्पन्न हुआ जिसमें दुर्गा आचार्य, शंभू नाथ मिश्र, भगवान प्रसाद वर्णवाल, दीपक कुमार मिश्र, अवधेश मिश्र, शंभू नाथ सिंह, शशिधर मिश्र, प्रभात मिश्र,मल्हू सिंह, मानिक सिंह, अजीत सिंह, विद्यानंद आचार्य, प्रदीप मिश्रा, गिरिजा बाबू सहित दर्जनों .
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