झाझा. तीन अक्तूबर को थाना क्षेत्र के धोबियाकुरा-गोंगकुरा गांव के बीच नोआकुरा बहियार से गंगाकुरा निवासी संजय मांझी का शव मिला था. तलवार से हमला कर उसकी हत्या की गयी थी. पुलिस ने मामले का उद्भेदन कर इसमें सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि ऑमलेट बनाने के विवाद में छोटे भाई ने ही संजय मांझी की हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने संजय मांझी के भाई समेत हत्या में शामिल अन्य सभी आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है. झाझा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि तीन अक्तूबर की सुबह थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह को सूचना मिली की गंगाकुरा निवासी द्वारिक मांझी का बड़ा पुत्र संजय मांझी (41) की हत्या कर गांव से पूर्व आधा किलोमीटर दूर एक बहियार में शव फेंक दिया है. पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी, जिसमें खुद झाझा एसडीपीओ के अलावा थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह व अन्य लोगों को शामिल किया गया था. एसडीपीओ ने बताया कि संजय मांझी की हत्या उसके छोटे भाई संदीप कुमार ने आमलेट बनाने के विवाद में तलवार से वार कर की थी. हत्या करने के बाद शव को छुपाने के लिए भाई अजय मांझी व पिता द्वारिक मांझी के सहयोग से शव बहियार में फेंक दिया था. डीएसपी ने बताया कि दो अक्तूबर की देर संध्या को घर में आमलेट बन रहा था. तभी मृतक संजय मांझी व भाई संदीप कुमार मांझी के बीच में झगड़ा हो गया. आमलेट बनाने के चक्कर में संदीप कुमार ने घर में रखे तलवार से संजय मांझी पर वार कर उसकी हत्या कर दी. उसके बाद शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य उक्त जगह पर फेंक दिया. डीएसपी ने बताया कि साक्ष्य को छुपाने के उद्देश्य से व घटना को दूसरा रूप देने के उद्देश्य से घर से दूर शव को बहियार में फेंका गया था. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त तलवार को बगल की नदी से बरामद किया है. जबकि खून से लथपथ कपड़ा भी बरामद हो गया है. छापेमारी टीम में झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार, थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार यादव, नंदन कुमार, डीआइयू टीम के अलावा कई बल मौजूद थे.
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