जातीय गणना बिहार: सीएम नीतीश कुमार भी देंगे 17 सवालों के जवाब, आज पुश्तैनी घर में परिवार संग रहेंगे मौजूद

Jati janganana bihar 2023: बिहार में जातीय जनगणना के दूसरे फेज की शुरुआत आज शनिवार से हो रही है. हर परिवार से 17 तरह के सवाल पूछे जाएंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बख्तियारपुर स्थित अपने पुश्तैनी आवास पहुंचे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 15, 2023 7:35 AM

Jati janganana bihar 2023: बिहार में जातीय जनगणना के दूसरे फेज का काम आज शनिवार से शुरू होने जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी पटना जिले के बख्तियारपुर स्थित अपने पुश्तैनी आवास पहुंचे हैं. जहां वो जाति आधारित जनगणना (Caste Census Bihar ) के लिए अपनी सभी जानकारियां दर्ज करवायेंगे. उनके साथ परिवार के भी अन्य सदस्य मौजूद रहेंगे.

परिवार के सदस्यों के साथ मौजूद रहेंगे सीएम 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार सुबह करीब साढ़े 12 बजे बख्तियारपुर स्थित अपने पुश्तैनी घर में जाति आधारित गणना के दौरान मौजूद रहकर सभी आवश्यक जानकारियां दर्ज करवायेंगे. उनके साथ परिवार के सभी सदस्यों की भी गणना पहले दिन ही होगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. इस दौरान प्रगणक उनके घर जायेंगे और उनसे बारी-बारी से सभी सवाल पूछेंगे, जिसका जवाब सीएम देंगे.

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सीएम के लिए भी रहेगी वही व्यवस्था

इसके लिए सीएम के बख्तियारपुर स्थित आवास में अलग से कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. सूत्रों के अनुसार सभी 17 सवालों का जवाब देने के बाद परिवार के प्रधान के रूप में सीएम को घोषणा पत्र पर दस्तखत भी करना होगा. इसमें वो इस बात की पुष्टि करेंगे कि उनकी तरफ से दी गयी सूचना सही है.

17 प्रकार की जानकारी मांगी जाएगी

बता दें कि दूसरे चरण की गणना शनिवार से शुरू हो जाएगा. प्रदेश की जातियों को अलग-अलग कोड दिया गया है. इस दौरान जब जनगणना कर्मी आपके घर आएंगे तो आपकी जाति और आय के बारे में जानकारी लेंगे. इस फेज में सभी परिवारों से 17 प्रकार की जानकारी मांगी जायेगी. आपसे जो जानकारी जनगणना कर्मियों को मिलेगी वो कोड के रूप में ऐप में दर्ज की जाएगी. दूसरे चरण का काम अगले 1 महीने यानी 15 मई तक चलेगा.

सभी आंकड़ों को समायोजित कर होगा प्रकाशन

जाति गणना में दूसरे फेज के काम के लिए बने एप में लोगों से मिलने वाली सभी जानकारियों को कोड में ही भरा जायेगा. जानकारी एकत्रित करने के बाद एकत्र सभी आंकड़ों को समायोजित करके उसे प्रकाशित किया जायेगा. जाति गणना के लिए सरकार ने जातियों का कोड जारी किया है. उस कोड को इस चरण में ऐप में डाला जाएगा.

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