Jati Janganana Bihar 2023: बिहार में 7 जनवरी यानी शनिवार से जाति आधारित गणना (caste census in bihar) के पहले चरण का काम शुरू हो रहा है. करीब 5.18 लाख से अधिक कर्मी दो करोड़ 58 लाख 90 हजार 497 परिवारों तक पहुंचेंगे. पहले चरण में सात से 21 जनवरी तक सभी आवासीय परिसर की गिनती होगी. वहां रहने वाले परिवार के मुखिया का नाम अंकित होगा और परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी रजिस्टर में दर्ज की जायेगी.
दूसरे चरण में एक से 30 अप्रैल तक जाति की गिनती समेत 26 प्रकार की जानकारी लोगों से ली जायेगी. राज्य के बाहर रहने वाले लोगों के नाम भी दर्ज किये जायेंगे. सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में सभी डीएम को निर्देश भेज दिया है. बता दें कि अगले 15 दिनों तक मकानों पर संख्या अंकित करने का काम किया जाएगा.
संख्या अंकित करने के बाद गणना कार्य में लगाए गये कर्मी वार्ड के आधार पर परिवारों की गिनती करेंगे. निचले स्तर पर टोला सेवक, तालिमी मरकज,ममता, आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदियां, शिक्षक, कृषि समन्वयक, मनरेगा कर्मी, रोजगार सेवक और विकास मित्र की सेवा इस कार्य में ली जायेगी.
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सबसे पहले मकानों की गिनती होगी.
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सभी मकानों को एक यूनिक नंबर दिया जायेगा.
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एक मकान में यदि दो परिवार अलग-अलग रहते होंगे, तो उनका अलग-अलग नंबर होगा.
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एक अपार्टमेंट के सभी फ्लैट का अलग-अलग नंबर दिया जायेगा.
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जाति गणना के फॉर्म पर परिवार के मुखिया का हस्ताक्षर अनिवार्य होगा.
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राज्य के बाहर नौकरी करने गये परिवार के सदस्यों की भी जानकारी देनी होगी.
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जाति गणना में उप जाति की गिनती नहीं होगी.
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एक फरवरी से परिवारों की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी जुटाई जाएगी.
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प्रखंड में उपलब्ध सुविधाओं की भी जानकारी जुटाई जाएगी. जैसे- रेललाइन, तालाब, स्कूल, डिस्पेंसरी आदि..
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गणना कार्य में लगाए गए कर्मियों के पास आइ कार्ड होगा. इसपर बिहार जाति आधारित गणना 2022 लिखा होगा.