बिहार में जाति गणना: लोहार समाज ने बहिष्कार की दी चेतावनी, जानिए कास्ट कोड के किस विवाद पर मचा बवाल..
बिहार में जाति गणना के कास्ट कोड पर फिर एकबार बवाल मचा है. लोहार जाति के लोगों के अंदर नाराजगी है और उन्होंने अलग कोड की मांग की है. अपनी नाराजगी के साथ उन्होंने जाति आधारित हो रही गणना के पूर्ण बहिष्कार की चेतावनी दे दी है.
Caste Census Bihar: बिहार में जहां जाति गणना का दूसरा फेज जारी है वहीं जाति आधारित गणना का विवाद अब अदालत तक पहुंच चुका है. गुरुवार को पटना हाईकोर्ट में बिहार में जाति जनगणना को लेकर बड़ा फैसला आने वाला है. इस बीच अब कास्ट कोड को लेकर फिर एक विवाद छिड़ा हुआ है. लोहार जाति के लोगों ने अब जाति जनगणना का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. जाति कोड को लेकर उनकी नाराजगी के बारे में जानिए…
लोहार जाति ने पूर्ण बहिष्कार का निर्णय लिया
अररिया व गोपालगंज समेत बिहार के कई जिलों में लोहार जाति के लोगों के बीच आक्रोश है. बिहार में जाति गणना के दौरान दिए गए कोड को लेकर उनकी नाराजगी है. अररिया में जाती गणना का लोहार जाति ने पूर्ण बहिष्कार का निर्णय लिया है. नगर पंचायत नरपतगंज निवासी अनिल कुमार ठाकुर ने डीएम के कार्यालय में एक आवेदन सौंपा है.
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आवेदन में क्या लिखा, जानिए..
आवेदन में उन्होंने कहा है कि किसी भी जाति विशेष का सत्यापन भूमि दस्तावेज (खतियान) द्वारा किया जाता है. आवेदन के द्वारा अनिल कुमार ठाकुर ने डीएम से अपनी मांग रखते हुए कहा है कि लोहार समुदाय के लिए अलग से स्वतंत्र कोड जारी कर मूल जाति के रूप में जाति आधरित गणना कराया जाये. कमार जाति के कोड संख्या 13 से उपजाति में शामिल लोहार शब्द को हटाया जाये. काल्पनिक शब्द लोहारा या लोहरा को गणना सूची से पूर्णतः डिलीट किया जाये.
लोहार जाति के अधिकार व अस्तित्व बचाने की लड़ाई
आवेदन में लिखा कि जब तक लोहार जाति के लिए अलग स्वतंत्र कोड जारी कर मूल जाति में गणना नहीं कराया जाता है. तब तक अपने अधिकार व अस्तित्व की रक्षा के लिए सूबे के सभी 38 जिलों के लोहार समाज द्वारा जाति आधारित गणना का पूर्ण बहिष्कार किया जायेगा. उन्होंने डीएम से कहा कि लोहार जाति के अधिकार व अस्तित्व बचाने में मदद किया जाये व संबंधित विभाग से लोहार जाति का अलग कोड जारी करवाया जाये. ताकि लोहार समाज के लोग भी सूबे में शुरू हुई गणना में शामिल हो सके.
जाति आधारित गणना में लोहार समाज ने अलग कोड देने की उठायी मांग
गोपालगंज के मांझा में भी लोहार समाज के लोगों ने जाति गणना में कोड को लेकर नाराजगी जाहिर की है. बिहार में चल रही जाति आधारित गणना का लोहार समाज बहिष्कार करेगा. इस संबंध में लोहार समाज के लोगों ने अंचल पदाधिकारी को ज्ञापन भी दिया है. उनका कहना है कि बिहार सरकार के भूमि दस्तावेज में लोहार समाज के लोगों की जाति लोहार दर्ज है. बावजूद लोहार के लिए अलग कोड नहीं आवंटित किया गया है. सरकार के द्वारा जारी सूची में कोड संख्या 13 पर कमार (लोहार , कर्मकार ) दर्ज है. उन्होंने कहा कि लोहार जाति को अलग स्वतंत्र कोड आवंटित किया जाये. कमार जाति के कोड संख्या 13 में उपजाति लोहार शब्द हटाया जाये.