‘ये I-N-D-I-A नहीं, कांग्रेस की हार..’ जदयू-राजद ने गिनाए बड़ी वजह, जानिए क्या लगाए आरोप..
4 राज्यों के आए चुनाव परिणाम में तीन राज्यों में कांग्रेस को मिली हार के बाद अब जदयू और राजद ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है. कांग्रेस की हार की वजह गिनाते हुए राजद ने गंभीर आरोप लगाए हैं. जानिए इंडिया गठबंधन को लेकर क्या बोले..
देश के 4 विधानसभा चुनाव में पड़े मतों की गिनती रविवार को की गयी और भाजपा ने तीन राज्यों में बड़ी जीत दर्ज की. तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनी जबकि भाजपा ने मध्य प्रदेश में सरकार को बरकरार रखा और छत्तीसगढ़ व राजस्थान को कांग्रेस से छीन लिया. यानी हिंदी भाषी इन तीन राज्यों में भाजपा को जीत मिली. इन चुनाव परिणामों के कारण बिहार का भी सियासी तापमान चढ़ा हुआ है. जदयू और राजद ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है और तीन राज्यों में मिली मात की वजह बतायी है. दोनों दलों के प्रमुख नेताओं का साफ कहना है कि ये हार इंडिया गठबंधन की नहीं बल्कि केवल कांग्रेस की है. कांग्रेस की लापरवाही और हार की बड़ी वजह भी उन्होंने अपने अनुसार बताया.
राजद ने कांग्रेस के ऊपर फोड़ा हार का ठीकरा..
राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि हम मध्यप्रदेश,राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनावी जनादेश का सम्मान करते हैं, लेकिन यह हार ‘इंडिया’ गठबंधन की नहीं है. यह सिर्फ कांग्रेस की हार है. कांग्रेस को वहां के क्षेत्रीय दलों का साथ लेना चाहिए था. उन्हें सम्मान देना चाहिए था. वहीं मध्यप्रदेश में इंडिया गठबंधन की रैली भी वहां नहीं करायी. अगर वहां रैली होती तो उसका सकारात्मक संकेत जाता. अगर कांग्रेस ने वहां के क्षेत्रीय दलों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया होता और घटक दलों का सम्मान किया होता तो चुनाव परिणाम कुछ अलग और सकारात्मक होते.
Also Read: नीतीश कुमार को I-N-D-I-A गठबंधन का बॉस बनाने की मांग, 3 राज्यों में कांग्रेस पिछड़ी तो जदयू ने छेड़ा राग..
जदयू नेता ने गिनायी हार की वजह..
जदयू नेता के सी त्यागी ने एक न्यूज चैनल पर बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस का पूरे चुनाव में अजीब और नाकारात्मक रवैया रहा. जदयू, बीएसपी, समाजवादी पार्टी राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में छोटी-छोटी भूमिका में रही है. ये सब राज्य समाजवादियों का गढ़ रहा है. कांग्रेस ने ना ही अखिलेश यादव और ना ही जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को यहां आमंत्रित करना उचित समझा. जीत का श्रेय केवल खुद लेने का जो मन होता है वो भी कई विकार पैदा करता है. नीतीश कुमार सामाजिक न्याय और अतिपिछड़ा वर्ग के सबसे आकर्षक नेता के रूप में उभरे हैं. उनका इस्तेमाल भी बिना सीट दिए वो कर सकते थे. हमारे पास (I-N-D-I-A) नेताओं की कमी नहीं है. शरद पवार, लालू यादव और ममता बनर्जी वगैरह का नाम जदयू नेता ने गिनाया. उन्होंने कहा कि जो बैठक 6 दिसंबर को मल्लिकार्जुन खरगे बुला रहे हैं वो काश महीने भर पहले बुलाए होते तो लड़ाई और रोचक होती. गौरतलब है कि तीन राज्यों में हार और तेलंगाना में जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है.
नीतीश कुमार ने जतायी थी नाराजगी..
गौरतलब है कि पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने पटना में वामदल की एक रैली में संबोधन के दौरान कांग्रेस को निशाने पर लिया था. इंडिया गठबंधन का कामकाज धीमा पड़ने के पीछे की वजह उन्होंने कांग्रेस का लचर रवैया बताया था. नीतीश कुमार ने कहा था कि वो विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं. लेकिन कांग्रेस को इन सबसे कोई मतलब नहीं है वो अभी विधानसभा चुनावों में व्यस्त है. वहीं नीतीश कुमार के इस बयान के बाद राजनीति गरमायी तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फोन पर नीतीश कुमार से बात की थी.
बिहार में भाजपा नेताओं का मनोबल बढ़ा
इधर बिहार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी की जीत है. इन तीन राज्यों के बाद अब बिहार की बारी है. आगामी लोकसभा चुनाव में भी भाजपा की प्रचंड जीत का उन्होंने दावा किया. बता दें कि तीन राज्यों में जीत के बाद अब भाजपा का मनोबल बेहद बढ़ा हुआ है. विधानमंडल के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा व हरि सहनी ने भी अब आगामी लोकसभा चुनाव में भी भाजपा की जीत का दावा किया है. वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि मोदी नाम केवलम ( सिर्फ मोदी जी का नाम) का परिणाम है कि बीजेपी को चार में से तीन राज्यों में जहां प्रचंड जीत मिली है, वहीं तेलंगाना में बीजेपी के वोट में जबरदस्त इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि हर घर मोदी, घर- घर मोदी. मोदी है तो मुमकिन है…यह नारा नहीं था, यह हकीकत है. लोगों ने इस पर विश्वास किया है. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को जीत का नायक बताते हुए कहा कि उनके भागीरथ विकास की गंगा हर घर, जन- जन लोगों तक पहुंची है.पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि यह जीत सनातन संस्कृति का विरोध करने वालों के लिए सबक है. तुष्टीकरण की राजनीति को हवा देने वाले को जनता ने करारा जवाब दिया है.