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शिक्षा मंत्री के बयान के खिलाफ JDU ने पटना के हनुमान मंदिर में किया मानस पाठ, दोहे के जरिये RJD से पूछा सवाल

बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के खिलाफ पटना के हनुमान मंदिर में आज जदयू ने राम चरित मानस का पाठ किया. बयान की निंदा करते हुए जदयू ने कहा कि शिक्षा मंत्री का यह बयान केवल रामचरितमानस का ही नहीं बल्कि राष्ट्रपिता और डॉ. राम मनोहर लोहिया का भी अपमान है.

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने बीते दिनों रामचरितमानस (Ramcharit Manas) को लेकर एक विवादित बयान दिया था. देश भर के धर्माचार्यों ने शिक्षा मंत्री के इस बयान को लेकर नाराजगी जाहिर की है. एक ओर जहां राजद ने शिक्षा मंत्री के इस बयान का बचाव किया है. वहीं, जदयू ने शिक्षा मंत्री के इस बयान को लेकर विरोध जताना शुरू कर दिया है. इसी बीच आज पटना के राजवंशी नगर स्थित हनुमान मंदिर में जदयू एमएलसी नीरज कुमार समेत अन्य ने राम चरित मानस का पाठ किया.

शिक्षा मंत्री का यह बयान कहीं से भी उचित नहीं- जदयू

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के इस बयान को लेकर जदयू मुख्य प्रवक्ता नेता नीरज कुमार ने कहा कि जो रामायण के खिलाफ गलत बयान बाजी कर रहे हैं. वो समाजवाद के सबसे बड़े नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया समेत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भी अपमान कर रहे हैं. क्यों कि अपने समय मे समाजवाद के प्रणेता रहे लोहिया रामायण मेला लगवाते थे. इसके अलावे बापू के मुखारविंद से हमेशा ‘हे राम’ निकलता था. यह सीधे तौर पर दोनों महान विभूतियों का अपमान है.

दोहे के जरिये राजद को पर साधा निशाना

जदयू नेता नीरज कुमार ने आगे कहा कि डॉ. लोहिया की विचार धारा है रामायण मेला. जदयू नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि अगर राजद मानस और रामायण को गलत ठहरा रही है, तो क्या बापू और लोहिया दोनों गलत थे. उन्होंने रामचरित मानस के एक दोहे के जरिये राजद को नसहीत भी दी. नीरज कुमार ने कहा कि रामचरित मानस नहीं तो कम से कम समाजवाद के प्रणेता रहे डॉ. लोहिया और बापू का सम्मान करें. क्यों कि दोनों ही विभूति राम का नाम लिया करते थे.

राजद ने शिक्षा मंत्री के बयान का किया था बचाव

बता दें कि शिक्षा मंत्री के बयान का बीते दिनों राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कुछ भी गलत बयानबाजी नहीं है. वे समाजवाद की राह पर चल रहे हैं.

शिक्षा मंत्री ने क्या कुछ बयान दिया था

गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर (chandrashekhar) ने बीते बुधवार को पटना के नालंदा खुला विश्वविद्यालय (Nalanda Open University) के दीक्षांत समारोह में पहुंचे हुए थे. इस दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रामचरितमानस, मनुस्मृति, और गोलवलकर की किताब समाज को बांटने वाला और नफरत फैलाने वाला किताब बताया था.

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर तीन मामले हैं दर्ज

बताते चलें कि रामचरित मानस के खिलाफ टिप्पणी देने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं. चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में शामिल जानकारी के मुताबिक उनके खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज है. 2015 में मधेपुरा विधानसभा के किशनपुरा पुलिस स्टेशन में केस संख्या 23/2015 मामला दर्ज है जिसमें धारा 145, 342, 427, 353 दर्ज है. वहीं 2019 में दिल्ली एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट थाना में केस संख्या 68/2019 दर्ज है जिसमे धारा 482 दर्ज है. तीसरा मामला 2020  में पटना के सचिवालय थाना में दर्ज है जिसका केस संख्या 64/2020 है जिसमे धारा 188, 269, 270 लगाई गई है जो कोविड सेक्शन 51 आपदा के तहत दर्ज किया गया था.

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