जेडीयू को मिला जेडीएस से साथ का भरोसा, कुमारस्वामी से गले लगकर मिले नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के घर पहुंचे और यहीं पर उनकी मुलाकात कुमारस्वामी से हुई. कुमारस्वामी से मुलाकात करते हुए नीतीश कुमार ने उन्हें गले लगा लिया.
पटना. विपक्षी एकजुटता के मिशन को लेकर दिल्ली गये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी से मुलाकात की है. राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के घर पहुंचे और यहीं पर उनकी मुलाकात कुमारस्वामी से हुई. कुमारस्वामी से मुलाकात करते हुए नीतीश कुमार ने उन्हें गले लगा लिया. इस मौके पर नीतीश कुमार के साथ बिहार सरकार के मंत्री संजय कुमार झा मौजूद थे, जबकि कुमारस्वामी के साथ उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम भी मुलाकात में शामिल रहे.
विपक्ष एकजुट होगा, तो अच्छा माहौल बनेगा
नीतीश कुमार और कुमार स्वामी के बीच मीटिंग तकरीबन पौना घंटे तक चली. बैठक के बाद नीतीश कुमार की विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम को पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी ने सराहा. कुमार स्वामी ने इस मुहिम में नीतीश कुमार का साथ देने का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष एकजुट होगा, तो अच्छा माहौल बनेगा. ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) 2024 चुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ आ गयी है.
राहुल से हुई करीब घंटे भर मुलाकात
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली पहुंचने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. 12 तुगलक रोड़ स्थित राहुल गांधी के आवास पर नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से चर्चा की. इस दौरान बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास भी मौजूद थे. 2017 में महागठबंधन छोड़ने से ठीक पहले नीतीश कुमार ने राहुल से दिल्ली में मुलाकात की थी. बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार की ये पहली दिल्ली यात्रा है. इस दौरे में नीतीश कुमार के साथ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, बिहार सरकार में मंत्री और जदयू नेता संजय झा और अशोक चौधरी भी गये हैं. नीतीश कुमार अपने दिल्ली दौरे में विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात करेंगे.
प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं
दिल्ली पहुंचने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उनका प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है. उन्होंने कहा था कि वे चाहते हैं कि विपक्ष एक साथ आए और बीजेपी के खिलाफ लड़े, विपक्ष एक साथ आएगा तो अच्छा होगा. विपक्षी एकता के मिशन पर निकले नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ एक मोर्चा तैयार करना चाहते है. अपने दौरे पर नीतीश कुमार राहुल गांधी और कुमारस्वामी के अलावा शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, डी राजा, सीताराम येचुरी, कुमार स्वामी समेत कई विपक्ष के नेताओं से मुलाकात करेंगे.