Nitish Cabinet: बिहार में जदयू के पास शासन-प्रशासन और खजाने की चाबी, राजद के ऊपर विकास का जिम्मा

महागठबंधन सरकार के नये कैबिनेट मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया. नीतीश कुमार ने शासन-प्रशासन और खजाने की चाबी अपने पास रखी है, जबकि सड़क, स्वास्थ्य और कृषि जैसे विभाग राजद को सौंप कर उसपर विकास की जिम्मेदारी डाल दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2022 11:34 AM

पटना. महागठबंधन सरकार के नये कैबिनेट मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया. जदयू के जिम्मे शासन-प्रशासन और वित्त विभाग की कमान आयी. जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क, संसदीय कार्य तथा बिजली जैसे महत्वपूर्ण विभाग जदयू के अनुभवी मंत्रियों के हवाले होगा. निगरानी, कैबिनेट और चुनाव से संबंधित विभाग भी जदयू के पास रखा गया है. वहीं राजद को शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य एवं नगर विकास की जिम्मेवारी मिली. राजद के खाते में उद्योग, राजस्व एवं भूमि सुधार एवं पिछड़ा-अति पिछड़ा कल्याण व कृषि जैसे महत्वपूर्ण विभाग भी आये. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि नीतीश कुमार ने शासन-प्रशासन और खजाने की चाबी अपने पास रखी है, जबकि सड़क, स्वास्थ्य और कृषि जैसे विभाग राजद को सौंप कर उसपर विकास की जिम्मेदारी डाल दी है.

सामान्य प्रशासन विभाग मुख्यमंत्री के जिम्मे रहेगा

कैबिनेट में विभागों का आवंटन अगर देखें तो जदयू के मंत्रियों को जिन विभागों की जिम्मेदारी दी गयी है, उनमें मुख्य रूप से गृह और सामान्य प्रशासन विभाग मुख्यमंत्री के जिम्मे रहेगा. इसके अलावा वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य, ऊर्जा, योजना एवं विकास, भवन निर्माण, ग्रामीण विकास, जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क, समाज कल्याण, परिवहन, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, अल्पसंख्यक कल्याण, लघु जल संसाधन, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग शामिल हैं. शराबबंदी से जुड़े मद्य निषेध एवं निंबधन विभाग की जिम्मेवारी पूर्व की तरह जदयू के पास ही रखी गयी है. सुनील कुमार इसके मंत्री बने रहेंगे.

औसत उम्र 53 साल

मंत्रिमंडल में बिजेंद्र यादव (76 वर्ष) सबसे उम्रदराज तो तेज प्रताप (32 वर्ष) सबसे कम उम्र के, मुख्यमंत्री सहित कुल 33 मंत्रियों में 19 की आयु 50 वर्ष या उससे अधिक जबकि उनमें भी दस की उम्र 60 वर्ष से अधिक है. कैबिनेट की औसत आयु 53 साल है.

33 में दो पीएचडी व 10 पीजी डिग्रीधारी

दो मंत्रियों के पास पीएचडी, दस के पास पीजी, 11 के पास स्नातक और आठ के पास इंटर की डिग्री है. दो एलएलबी और दो बैचलर इन इंजीनियरिंग है. एक नौवीं पास हैं.

सामाजिक समीकरण

33 मंत्रियों में 16 पिछड़े और अति पिछड़े को जगह मिली है. सबसे अधिक यादव समुदाय के आठ मंत्रीबनाये गये हैं. दलित और सवर्ण कोटे से छह-छह मंत्रीबने हैं. अल्पसंख्यक कोटे से पांच मंत्रीबनाये गये हैं. राजद के 17 मंत्रियों में सात मंत्री यादव और तीन मुसलमान, दो दलित,पिछड़ा, अति पिछड़ा, भूमिहार, राजपूत और वैश्य को एक-एक मंत्री पद.

नयी कैबिनेट में तीन महिलाएं

बायसी के विधायक अफाक आलम और चेनारी के मुरारी गौतम पहली बार मंत्रीबने हैं. सरकार में अनुभवी मंत्रियों की संख्या अधिक है. जदयू ने अपने कोटे से पूर्व मंत्रियों को ही फिर से जिम्मेदारी सौंपी है. नयी कैबिनेट में तीन महिलाओं को मौका मिला है. इनमें से जदयू की लेशी सिंह और शीला कुमारी तथा राजद की अनिता देवी के नाम है.

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