बिहार में रमजान के पाक महीने में दावत-ए-इफ्तार (Dawat-E-Iftar) को लेकर एक तरफ जहां राजनीति गरम है. वहीं, शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद आज जदयू के द्वारा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जा रहा है. पार्टी के द्वारा आयोजित इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ महागठबंधन के सभी बड़े नेताओं के शामिल होने की सूचना है. इस बीच AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी बिहार में जारी हिंसा के बीच जदयू और नीतीश कुमार के द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी तीखा हमला किया है. इससे पहले बीजेपी भी लगातार इस पर सवाल उठाती रही है.
इससे पहले शुक्रवार को नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित ‘नेक संवाद’ में पवित्र रमजान के अवसर पर शुक्रवार को रोजेदारों को दावत-ए-इफ्तार पर आमंत्रित किया. दावत-ए-इफ्तार में बड़ी संख्या में रोजेदारों एवं गण्यमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की. दावत-ए-इफ्तार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ अखिलेश प्रसाद सिंह, विधायक दल के नेता अजीत शर्मा प्रमुखता से मौजूद रहे. इन सभी नेताओं और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव सहित अन्य के साथ मुख्यमंत्री अलग कमरे में दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए. इस अवसर पर इफ्तार के पहले मितनघाट के सज्जादानशीं हजरत सैयद शाह शमीमउद्दीन अहमद मुनअमी ने रमजान एवं रोजे की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला और सामूहिक दुआ की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बारी-बारी से तमाम अतिथियों एवं रोजेदारों का स्वागत किया
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इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वीप्रसाद यादव, विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री मो इसराइल मंसूरी, मंत्री लेशी सिंह, शीला मंडल सहित अन्य मंत्री, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मोहम्मद इर्शादुल्लाह, राज्य शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अफजल अब्बास सहित अन्य विधायक, विधान पार्षद, वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी एवं बड़ी संख्या में रोजेदार उपस्थित थे. हालांकि भाजपा की ओर से कोई नहीं पहुंचा.