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‘बहुत कूद-फांद रहे हो, अंजाम बुरा होगा…’ जदयू नेता को तीसरी बार मिली धमकी, 20 लाख रुपये मांगी रंगदारी

जदयू श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार उर्फ संजय सिंह पटेल से अपराधियों ने तीसरी बार फोन कर रंगदारी मांगी. इस बार भी अपराधियों ने उनसे 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2023 9:55 PM
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बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के ढाका थाना अंतर्गत गहई गांव के रहने वाले जदयू श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार उफ संजय सिंह पटेल से रंगदारी मांगने के लिए अपराधियों ने तीसरी बार फोन किया. इस बार भी अपराधियों ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. सोमवार को तीसरी बार व्हाट्सएप कॉल कर जदयू नेता से रंगदारी की मांग की गयी. इस मामले को लेकर अमरेंद्र ने थाना पहुंच पुलिस को घटना की जानकारी दी.

सीएम नीतीश कुमार तक पहुंची बात

अपराधियों ने जदयू नेता को फोन पर कहा कि बहुत कूद-फांद रहे हो, इसका अंजाम बहुत बुरा होगा. पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. रंगदारी के लिए तीसरी बार अपराधियों का कॉल आने पर अमरेंद्र का पूरा परिवार दहशत में है. अमरेंद्र कुमार ने इस बात की जानकारी केसरिया पहुंचे सीएम नीतीश कुमार को भी दी.

क्या बोले थानाध्यक्ष

ढाका थानाध्यक्ष मुकेश चंद्र कुमार ने बताया कि पूरे घटनाक्रम पर नजर रखी जा रही है. मामले में छानबीन भी जारी है. बहुत जल्द अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा. जल्द ही सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे.

8 और 9 दिसंबर को भी दी गई थी धमकी

वहीं, इससे पहले 8 और 9 दिसंबर को अपराधियों द्वारा संजय सिंह पटेल से 20 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी. इसके साथ ही रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. सबसे पहले आठ दिसंबर को व्हाट्सएप कॉल कर रंगदारी मांगी गई, इसके बाद 9 दिसंबर को मैसेज के माध्यम से धमकी दी गई.

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72 घंटे का दिया था अल्टिमेटम

बताया गया कि जदयू नेता के मोबाइल पर आठ दिसंबर की रात 11.27 बजे एक व्यक्ति ने व्हाट्सएप कॉल कर धमकी दी और कहा कि वह सीतामढी से बोल रहा है. बीस लाख रुपये रंगदारी चाहिए और टेंडर डालना भी बंद कर दो, नहीं तो जान से मार देंगे. हमें 72 घंटे के अंदर पैसा चाहिए, नहीं तो जान से मार देंगे. रंगदारी मांगने वाला शख्स सीतामढ़ी के दो लोगों के ऑर्डर का जिक्र कर रहा था. उदाहरण के तौर पर उसने रीगा चीनी मिल के ओमप्रकाश पटेल हत्याकांड और मेजरगंज के विशाल सिंह हत्याकांड का पता लगाना को कहा. इसके बाद फिर उसी नंबर से 9 दिसंबर की रात 12.44 बजे एक मैसेज आया. इसमें लिखा था कि 72 घंटे का समय दिया गया है. समझ नहीं आ रहा. जो भी हरकत कर रहे हैं हमें सब पता चलता है, ठीक नहीं है. हरकत बंद करो और पैसा तैयार रखो. उजला स्कॉर्पियो से चलते हो मुझे सब पता है. अब सीधे अटैक करेंगे.

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