गया/मानपुर. जदयू नेता सुनील सिंह की हत्या के मामले में मृतक की पत्नी ज्योति सिंह ने शनिवार को बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि मेरे पति को देवरानी अंजलि सिंह, देवर तेजप्रताप सिंह, देवरानी के भाई समेत जमीन की खरीद-फरोख्त करनेवाले माफियाओं ने मार डाला है. बताते चलें कि गया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बहोराबीघा के रहनेवाले 52 वर्षीय सुनील सिंह की हत्या बदमाशों ने शक्रवार को उस समय कर दी जब वह देर रात लगभग 10:30 बजे एक बर्थडे पार्टी से लौटे थे. बर्थडे पार्टी के बाद सुनील बाइक से अपने घर पहुंचे. बाइक खड़ी कर वो अपने घर के अंदर चले गये. हालांकि, उन्होंने पान खा लिया था, इसीलिए पान फेंकने बाहर निकल गये, वो बेसिन पर हाथ मुंह साफ ही कर रहे थे कि दो बाइकों पर सवार चार हथियारबंद बदमाशों ने आधा दर्जन गोलियों से उनके सीने को छलनी कर दिया.
मृतक की पत्नी ने बताया कि बर्थडे पार्टी से लगभग 9:30 बजे बेटा वापस लौट गया. जब उससे पूछा गया कि पापा कब लौटेंगे, तो बताया कि कुछ देर बाद ही अपने साथी के साथ लौटे रहे हैं. इधर जदयू नेता अवध बिहारी ने बताया कि सुनील सिंह की बाइक पर ही दोनों लौटे. इसके बाद वह घर पहुंच कर अपनी पत्नी को दरवाजा खोलने का इशारा किया. दरवाजा खोल ही रहे थे तभी बाइक सवार बदमाशों ने दनादन गोलियां मार दी. ज्योति ने बताया कि उनकी देवरानी अंजलि सिंह व उसके भाई ने मानपुर की कुछ जमीन ब्रोकरों एवं महिलाओं के हाथ बेच दी थी. उनके देवर की मानसिक हालत खराब रहने के कारण पति ने जमीन बेचने पर रोक लगायी थी. इसी बात काे लेकर पूरी साजिश और प्लानिंग के साथ उनके पति को हत्या करा दी गयी. ज्योति ने कहा कि पति के कमाने से ही घर का चूल्हा जलता था. अब घर को भोजन देने वाला कोई नहीं है. अपराधियों को प्रशासन गिरफ्तार कर फांसी दे.
मृतक सुनील सिंह के पिता शिवपूजन सिंह उर्फ कुर्मी महतो भदेजा पंचायत के सूरहरी गांव के संपन्न किसान थे. उनकी पैतृक भूमि नगर निगम एवं ग्रामीण क्षेत्र मिलाकर लगभग 12 बिगहा है. इसकी कीमत वर्तमान में करोड़ों है. मृतक सुनील सिंह के छोटे भाई तेजप्रताप मानसिक रूप से कमजोर हैं. स्थानीय लोगों से पता चलता है कि संपत्ति विवाद को लेकर मामला न्यायालय में भी चल रहा था. कीमती जमीन होने के कारण कुछ माफियाओं की नजर गड़ी हुई थी. मृतक के परिवार के कुछ सदस्य उस भूखंड को बेचना चाहते थे.
हाई प्रोफाइल हत्या के मामले के खुलासे के लिए एसएसपी ने एसआइटी का गठन कर दिया है. इस टीम में वजीरगंज कैंप डीएसपी अजय सिंह, मुफस्सिल थानाध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद, मुफस्सिल सर्किल इंस्पेक्टर नागेश्वर प्रसाद एवं टेक्निकल विभाग के अधिकारियों को लगाया गया है. वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान कर पुलिस जल्द से जल्द मामले के खुलासा में जुटी है. फिलहाल पुलिस मृतक के भाई तेजप्रताप व उसकी पत्नी अंजली सिंह समेत एक अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.