पटना. जदयू विधानमंडल दल की बैठक 24 अगस्त को शाम 6 बजे होगी. बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में होगी. इसमें जदयू के सभी एमएलए और एमएलसी भाग लेंगे. बैठक में विधान परिषद के सभापति के नाम की औपचारिक घोषणा हो सकती है. इसके अलावा नयी सरकार के समक्ष आने वाली चुनौतियों को लेकर भी मंथन किया जाएगा. बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने और महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद पहली बार यह बैठक होने जा रही है.
महागठबंधन में जदयू एमएलसी देवेश चंद्र ठाकुर को विधान परिषद के सभापति बनाए जाने पर सहमति बन गयी है. बैठक में सिर्फ औपचारिक घोषणा की जाएगी. विधान परिषद के अध्यक्ष के लिए चयनित देवेश तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर विधान परिषद में आये हैं. देवेश सीतामढ़ी के रहने वाले हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी नजदीकी माने जाते हैं.
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अब 3 और 4 सितंबर को जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पटना में बुलाई गई है. जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 3 सितंबर को और राष्ट्रीय परिषद की बैठक 4 सितंबर को होगी. इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी रणनीति तैयार होगी. देशभर के जदयू के नेता इसमें शामिल होंगे. बैठक में संगठन पर चर्चा के साथ ही पार्टी के सदस्यता अभियान पर भी फैसला लिया जाएगा. पार्टी के लिए यह अहम बैठक है क्योंकि 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति के साथ ही इस साल गुजरात में होने वाले चुनाव में पार्टी की भूमिका पर विचार विमर्श किया जाएगा.
कार्यकारिणी बैठक में गुजरात चुनाव और अगले साल नागालैंड में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा की जाएगी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कई मायनों में खास रहने वाली है. इसमें 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति भी तैयार की जाएगी. संगठन स्तर पर पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू होना है. साथ ही जिला अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी रणनीति तैयार होगी.
इसके साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक भी 3 सितंबर को ही आयोजित की गयी है. सुबह के 11 बजे से यह बैठक होगी इसमें भी मुख्यमंत्री और पार्टी के सभी नेता शामिल होंगे. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक की जाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पार्टी नेताओं को बिहार में गठबंधन बदलने को लेकर भी अपनी बात रखेंगे.