नागालैंड चुनाव पर मंत्री अशोक चौधरी का बड़ा बयान- गठबंधन केवल बिहार में, जदयू अकेले करेगी तैयारी
भवन निर्माण मंत्री अशाेक चाैधरी ने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन के सभी दलों का अलायंस होने पर चुनाव सहित अन्य साझा कार्यक्रम बनेगा. अभी हमारा अलायंस बिहार में है. ऐसे में फिलहाल सभी को चुनाव लड़ने की छूट है. नागालैंड में जदयू की पूरी तैयारी है.
भवन निर्माण मंत्री अशाेक चाैधरी ने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन के सभी दलों का अलायंस होने पर चुनाव सहित अन्य साझा कार्यक्रम बनेगा. अभी हमारा अलायंस बिहार में है. ऐसे में फिलहाल सभी को चुनाव लड़ने की छूट है. नागालैंड में जदयू की पूरी तैयारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह वहां का दौरा कर चुके हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष फिर नागालैंड जायेंगे. मंत्री अशाेक चौधरी ने यह बातें शुक्रवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में जन सुनवाई के बाद पत्रकारों से कहीं. इस दौरान सूचना प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह मौजूद थे. दोनों मंत्रियों ने जन सुनवाई में फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया.
अच्छी स्थिति में रहेगी जदयू
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नागालैंड विधानसभा चुनाव में जदयू के बारे में कहा कि हमारी पार्टी अच्छी स्थिति में रहेगी. वहां सरकार में भी मजबूत भागीदारी प्रस्तुत करेगी. चुनाव वाले अन्य राज्यों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ही विस्तृत जानकारी दे सकते हैं. उन्होंने जातीय गणना के बारे में कहा कि यह राज्यहित में कानूनन सही है. इससे आर्थिक रूप से विपन्न सभी जाति के लोगों के लिए योजना बनाने के लिए बजटीय प्रावधान करने में सुविधा होगी. मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि उन्मादी बात करना ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री सभी धर्मों का सम्मान करते हुए सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं.
‘सम्राट चौधरी कब कहां घूम जायेंगे, क्या ठिकाना’
पत्रकारों के सवाल पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सम्राट चौधरी अब भाजपाई हुए हैं, फिर कब कहां घूम जाएंगे कोई ठिकाना है क्या? वे विधान परिषद में विपक्ष के नये नेता चुने गये हैं. सम्राट चौधरी कहां थे, किसके साथ थे और किसके साथ रह कर राजनीति शुरू की, यह भी उन्हें पता होना चाहिए.
बयानबाजी से परहेज
विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने महागठबंधन नेताओं को मुख्यमंत्री पर बयानबाजी से परहेज करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि हमलोगों को अपने नेता से जो कुछ भी कहना होता है, कहते हैं और हमारे नेता तुरंत उसपर संज्ञान लेते हैं. इसमें किसी को- ऑर्डिनेशन कमेटी की आवश्यकता नहीं है. भाकपा -माले नेताओं द्वारा अफसरशाही की बात करने संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उनको सार्वजनिक रूप से नहीं कह कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करनी चाहिए थी. वहां से इस समस्या का निदान हो सकता है. इस अवसर पर विधान पार्षद रवींद्र प्रसाद सिंह और पार्टी के प्रदेश महासचिव लोक प्रकाश सिंह भी उपस्थित थे.