JDU विधायक के बिगड़े बोल, बीडीओ को कहा मार लगेगी तो ठीक हो जायेगा, वीडियो हो रहा वायरल
JDU विधायक गुंजेश्वर साह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इससे विपक्ष एक बार फिर से जदयू पर हमला करने के मौका दे दिया है. बताया जा रहा है कि महिषी के जदयू विधायक गुजेश्वर साह एक सप्ताह पूर्व प्रखंड कार्यालय नवहट्टा में लोगों की समस्या जानने पहुंचे थे.
JDU विधायक गुंजेश्वर साह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इससे विपक्ष एक बार फिर से जदयू पर हमला करने के मौका दे दिया है. बताया जा रहा है कि महिषी के जदयू विधायक गुजेश्वर साह एक सप्ताह पूर्व प्रखंड कार्यालय नवहट्टा में लोगों की समस्या जानने पहुंचे थे. यहां बीडीओ जितेंद्र कुमार के नहीं मिलने से विधायक क्रोधित हो गये. विधायक ने गुस्से में बीडीओ को अपशब्द कहा. उन्होंने बीडीओ कार्यालय के आगे खड़े होकर कहा कि वो भागा हुआ है. एक दिन मार लगेगी, तो ठीक हो जायेगा. इसका वीडियो पिछले एक सप्ताह से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि वायरल वीडियो की प्रभात खबर पुष्टि नहीं करता है.
तटबंध निर्माण को लेकर पहुंचे थे कार्यालय
तटबंध के अंदर कोयला व दिबरा के सड़कों के निर्माण सहित अन्य मुद्दाें को लेकर विधायक गुंजेश्वर साह नवहट्टा प्रखंड कार्यालय पहुंचे. मनरेगा पीओ विनोद कुमार व सीओ अनिल कुमार को क्षेत्र की समस्या से संबंधित कई दिशा निर्देश दिये. बीडीओ जितेंद्र कुमार के नहीं मिलने पर विधायक बिफर गये. इस बाबत पूछे जाने पर बीडीओ जितेंद्र कुमार ने कहा कि कुछ लोगों की अपनी मानसिकता है. इसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते हैं. विधायक गुंजेश्वर साह ने कहा कि प्रखंड कार्यालय में रोशनी की समस्या है. सीओ से मीटिंग के बाद जब ब्लॉक कार्यालय में घूम रहे थे, तो रोशनी की कमी थी. इसलिए कुछ डांट-फटकार लगायी. कुछ लोग इसे राजनीतिक रूप दे रहे हैं. जिसको जो वायरल करना है करें, हम क्या कर सकते हैं.
ओबीसी आरक्षण पर भी जदयू को बताया हितैषी
गुंजेश्वर साह ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में जदयू का स्पष्ट मानना है कि देश में अतिपिछड़ों की आबादी सबसे अधिक है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग को मुख्य धारा में लाने के लिए पंचायती राज चुनाव और नगर निकाय के कई चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं. लेकिन, अतिपिछड़ा वर्ग के आरक्षण के पर भाजपा का रवैया उनके दोहरे चरित्र को दिखाता है। भारतीय जनता पार्टी एक सोची-समझी साजिश के तहत अतिपिछड़ों के आरक्षण को समाप्त करना चाहती है.