Bihar: JDU सांसद सुनील कुमार हथियार उठाने की बात क्यों कर रहे? DGP भट्टी का जिक्र कर ऐसा क्यों बोले, जानें
जदयू सांसद सुनील कुमार का एक बयान सुर्खियों में है जिसमें उन्होंने हथियार उठाने की बात कर दी. सांसद ने कहा कि जरुरत पड़ी तो हथियार उठाने से भी वो पीछे नहीं हटेंगे. सांसद ने आखिर किस प्रकरण में ये बात कही. जानिए..
Bihar News: जदयू के सांसद सुनील कुमार ने एलान किया है कि वो हथियार भी उठा सकते हैं. सांसद का ये बयान अब सुर्खियों में है. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जिन्हें संसद में कानून बनाने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है वो खुद कानून से उम्मीद कैसे खो बैठे. वहीं जनता से कानून का पालन करने का संदेश देने के बदले खुद कानून हाथ में लेने का खुला एलान कैसे कर बैठे. जानिए क्या बोले वाल्मीकिनगर के जदयू सांसद सुनील कुमार..
सांसद सुनील कुमार ने क्या कहा..
नरकटियागंज के रेडिमेड व्यवसायी गुड्डू वर्णवाल से 20 लाख रंगदारी मांगने और नहीं देने पर उनके पुत्र किशन कुमार को गोली मार जख्मी कर देने के बाद यहां व्यवसायियों का आक्रोश उफान पर है. व्यवसायियों में सरकार और पुलिस प्रशासन के आक्रोश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सांसद सुनील कुमार को ये कहना पड़ा कि व्यवसायी हित में जरूरत पड़ी तो वे खुद हथियार उठाकर व्यवसायियों की रक्षा को निकल पड़ेंगे. ये पहला मौका था जब सांसद को उक्त बातें कहनी पड़ी.
डीजीपी का नाम लेकर बोले..
शनिवार को व्यवसाइयों की हुई बैठक में जहां पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाये गये, वही अपराधी द्वारा पीड़ित परिवार को दी जा रही लगातार धमकी के बारे में भी लोगों ने मुखर होकर आवाज उठाया. सांसद सुनील कुमार ने व्यवसायियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार अपराध और अपराधियों के खिलाफ है. इसलिए मुख्यमंत्री जी ने आरएस भट्टी जैसे डीजीपी को बिहार की कमान सौंपी, लेकिन कुछ दिनों से नरकटियागंज में अपराध बढ़ गया है.
हत्या के बाद व्यवसायी से रंगदारी की मांग
सांसद ने कहा कि पिछले दिनों अपराधियों ने राजेश श्रीवास्तव की हत्या कर दी और अब व्यवसायी से रंगदारी की मांग कर गोलीबारी की गयी है. यह निंदनीय है. वे नगर के व्यवसायियों के साथ है. अगर जरूरत पड़ी तो ये भी हथियार उठा कर अपराधियों से लोहा लेंगे.
व्यवसाइयों के हित में हथियार उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगे- सांसद
सांसद ने कहा कि उनके पिता और दिवंगत वैद्यनाथ प्रसाद महतो 90 के दशक में ग्राम रक्षा दल शहीदी जत्था बनाकर चंपारण में दस्युओं से लोहा लिये थे. वे भी समाज हित और व्यवसाइयों के हित में हथियार उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan