Loading election data...

नगालैंड मामले में अपनी ही प्रदेश कमेटी पर बरसे जदयू अध्यक्ष, बोले ललन सिंह- अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं

नगालैंड में बिना केंद्रीय नेतृत्व के सहमति के भाजपा को समर्थन देने के फैसले पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपनी ही पार्टी के प्रदेश कमेटी पर जमकर बरसे. जदयू के एकमात्र विधायक द्वारा भाजपा को समर्थन देने के बाद पार्टी नेतृत्व पर कई सवाल उठाये जा रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2023 2:47 PM

पटना. नगालैंड में बिना केंद्रीय नेतृत्व के सहमति के भाजपा को समर्थन देने के फैसले पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपनी ही पार्टी के प्रदेश कमेटी पर जमकर बरसे. जदयू के एकमात्र विधायक द्वारा भाजपा को समर्थन देने के बाद पार्टी नेतृत्व पर कई सवाल उठाये जा रहे हैं. वैसे नगालौंड जदयू की प्रदेश इकाई को भंग कर दिया है. पूरे मामले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अपनी ही पार्टी के विधायक और प्रदेश अध्यक्ष पर जमकर बरसे. ललन सिंह ने कहा है कि इस तरह की अनुशासनहीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी जोरदार हमला बोला. ललन सिंह ने कहा है कि भाजपा जोड़तोड़ की राजनीति करती है. मणिपुर, अरुणाचल के बाद नगालैंड भी भाजपा ने वही काम किया था.

बिना पार्टी की सहमति के भाजपा को समर्थन दिया

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि नगालैंड के प्रदेश अध्यक्ष और जदयू के विधायक ने बिना पार्टी की सहमति के भाजपा को समर्थन दिया, जिस पर कार्रवाई करते हुए तत्काल नगालैंड इकाई को भंग कर दिया गया है. अब नये सिरे से नगालैंड प्रदेश इकाई की गठन किया जाएगा. ललन सिंह ने इसके लिए भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोग तो इसी काम में लगे रहते हैं. मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में यही काम किया था. मणिपुर और अरुणालच प्रदेश में जदयू के विधायक जीते लेकिन भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया.

हम भाजपा के समर्थन नहीं करेंगे

जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष ने कहा कि जदयू का साफ मानना है कि हम भाजपा के समर्थन नहीं करेंगे. इस के पहले भी दूसरे जगह हमारे जीते हुए विधायकों को भाजपा ने शामिल करा लिया था. भाजपा पूरी तरह से तोड़ मरोड़ की राजनीति कर रही है. ललन सिंह ने कहा कि पहले के राजा महाराज अपने उत्तरदायित्व में फेल होते थे, तो चुने हुए जनादेश पर चाबुक चलाते थे. महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में वही हुआ. बिहार में भी वह करना चाहते थे, लेकिन उनके करने के पहले ही उनके मनसूबों पर पानी फिर गया.

Next Article

Exit mobile version