बिना काम धंधे के छोटी उम्र में करोड़पति कैसे बन गए? जनविश्वास यात्रा में व्यस्त तेजस्वी यादव पर जेडीयू ने उठाए सवाल
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि राजद के युवराज रोज छाती पीट कर नीतीश सरकार के कामों को अपना बता रहे हैं. लेकिन उनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकलता कि वह बिना किसी काम के कम उम्र में करोड़पति कैसे बन गए. तेजस्वी जी से अनुरोध है कि जिस नुस्खे से वे स्कूली जीवन में अकूत संपत्ति के मालिक बने, वह बिहार के युवाओं को भी बताएं.
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों जनविश्वास यात्रा में व्यस्त में हैं. कई जिलों में जनसभा करने के बाद अब रविवार से वो 1400 किलोमीटर लंबा रोड शो कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ नीतीश कुमार की पार्टी जदयू तेजस्वी पर लगातार हमलावर है. इसी कड़ी में जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि राजद के युवराज हर दिन छाती पीट-पीट कर नीतीश सरकार के कामों को अपना बता रहे हैं. लेकिन बिना काम धंधे के कच्ची उम्र में वह करोड़पति कैसे बन गये, इस पर उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता. तेजस्वी जी से अनुरोध है कि वह जिस नुस्खे से स्कूली जीवन में ही अकूत संपत्ति के मालिक बन गये, उसे वह बिहार के युवाओं को भी बता दें.
कौन सी जादू की छड़ी घुमाते थे तेजस्वी? : जदयू
राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी को बताना चाहिए कि आखिर वह कौन सी जादू की छड़ी घुमाते थे कि लोग अपने पुरखों की जमीन उनके नाम कर जाते थे. उन्हें वह कला भी बतानी चाहिए जिससे दिल्ली में करोड़ों का फ्लैट उन्हें कौड़ियों के भाव मिल जाता है. अगर तेजस्वी जी बिहार के युवाओं का दिल से भला करना चाहते हैं तो उन्हें प्रेस कांफ्रेंस कर के अपनी इस कला का खुलासा करना चाहिए.
तेजस्वी चाह कर भी कुछ नहीं बोल सकते : जदयू
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी चाह कर भी इस मामले पर कुछ नहीं बोल सकते, लेकिन जनता उनकी हकीकत जानती है. जनता को पता है कि उन्होंने कैसे बिहार की जनता की खून-पसीने की कमाई को लूटकर अपने महल बनवाए हैं. कैसे चंद रुपयों की सरकारी नौकरियों का झांसा देकर जबरन लोगों से उनकी जमीनें हड़पी गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निश्चयों के तहत की गयी शिक्षकों की नियुक्ति के मामले में भी वह यही सब दोहराना चाहते थे. लेकिन नीतीश सरकार ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया.
तेजस्वी यादव को पश्चाताप यात्रा निकालनी चाहिए: जदयू
जदयू के प्रदेश महासचिव रंजीत कुमार झा ने भी हमलावर होते हुए कहा कि तेजस्वी यादव में साहस है तो बिहार में उनके माता-पिता के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार और अपराध के लिए पश्चाताप यात्रा निकालें. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जिन नौकरियों का श्रेय अपने नाम लेना चाहते हैं, बिहार की जनता उसकी असलियत जानती है. उन नौकरियों को देने का निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2020 में सत्ता में आने के समय ही ले लिया था.
भ्रष्टाचार की जांच से ध्यान हटाने के लिए यात्रा कर रहे तेजस्वी : जदयू
रंजीत झा ने कहा कि तेजस्वी यादव के पिता ने तो नौकरी के बदले बिहार की जनता से उनके जमीन को अपने नाम करवा लिया था उस बात को भी बिहार की जनता भूली नहीं है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की इस यात्रा का एकमात्र उद्देश्य इडी, इनकम टैक्स और राज्य सरकार द्वारा उनके और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की जांच से ध्यान हटाने का प्रयास है.
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