जेडीयू छात्र नेता कन्हैया का मधुबनी में हुआ अंतिम संस्कार, घटना के गवाह सोनू ने बताया…
मधुबनी के ककरौल गांव शव पहुंचते ही मचा कोहराम, silence fell when dead body of Kanhaiya arrived of Kakrol village in Madhubani
मधुबनी : राजधानी पटना के पटेल नगर में मंगलवार की देर शाम होली के शुभकामना पोस्टर में तस्वीर नहीं लगाने के विवाद में छात्र जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता और एएन कॉलेज छात्र संघ के उपाध्यक्ष 27 वर्षीय कन्हैया कुमार कौशिक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. गोलीबारी की घटना में चंदन भारद्वाज भी गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जिनका इलाज पटना स्थित पारस अस्पताल में किया जा रहा है. घटना में मृत छात्र जेडीयू नेता कन्हैया कुमार कौशिक रहिका प्रखंड के ककरौल गांव निवासी सुधीर ठाकुर के पुत्र थे. घटना की सूचना मिलते ही ककरौल गांव में कोहराम मच गया है. बुधवार की सुबह कन्हैया कौशिक का शव ककरौल पहुंचने पर अंतिम संस्कार किया गया.
घटना के गवाह सोनू ने बताया, क्यों हुई हत्या?
घटना के वक्त कन्हैया के साथ रहे सोनू कुमार सिंह ने बताया कि बीते मंगलवार की शाम करीब छह बजे वे लोग पटेल नगर चौराहे पर बैठे थे. उसी वक्त कुश और आशुतोष के साथ बंटी वहां पहुंचा. उसने कन्हैया से कहा कि चौराहे पर छात्र जेडीयू की ओर से लगाये गये होली शुभकामना पोस्टर में उनलागों का फोटो क्यों नहीं लगा है? इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया. विवाद बढ़ते देख शास्त्रीनगर थाने में कन्हैया और उनके साथियों ने मामले की शिकायत की. लेकिन, आशुतोष वहां पहुंचकर कहने लगा कि थाने में शिकायत क्यों कर रहे हो, चलो आपस में बात कर समझौता कर लेते हैं. आशुतोष की बातों में आकर वे लोग थाने से बाहर निकल आये. थाने से कुछ ही दूरी पर रास्ते में बंटी और कुश खड़े मिले. उनके पास पहुंचते ही कुश ने फायरिंग कर दी. कुश ने पहली गोली वहां खड़े देव सिंह पर चलायी. लेकिन, वे बच गये. फिर उसने तीन गोली कन्हैया के सीने में दाग दी. गोली लगने से कन्हैया वहीं गिर गये. कुश की अगली गोली का शिकार चंदन भारद्वाज बने. उनका इलाज पारस अस्पताल में चल रहा है.
पुलिस ने दो आरोपितों को किया गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलने पर शास्त्रीनगर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच मामले की तहकीकात की. पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए बंटी और आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है. शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. इसके बाद शव को बुधवार की सुबह मधुबनी ले आया गया और अंतिम संस्कार किया गया.