पटना. जदयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा चाहे पार्टी छोड़ने पर जो कहें, लेकिन पार्टी की ओर से उन्हें अल्टीमेटम दे दिया है. जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सोमवार को ईशारों ही ईशारों में उन्हें अल्टीमेटम देते हुए कहा कि पार्टी में रहना है तो अनुशासन में रहना होगा. पार्टी के खिलाफ कुछ भी बोलने से पहले इस्तीफा दे दें. उमेश कुशवाहा ने कहा कि 2 फरवरी को पार्टी की तरफ से जगदेव प्रसाद जयंती का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है. उपेंद्र कुशवाहा को इसमें शामिल होना चाहिए. उनको किसी भी निजी कार्यक्रम में इस दिन शामिल होने से खुद को रोकना चाहिए, जब एक ही जैसा कार्यक्रम हो रहा हो तो. यह बिल्कुल ही पार्टी विरोधी गतिविधि है.
दरअसल जदयू के अंदर उपेंद्र कुशवाहा को लेकर लगातार गुस्सा बढ़ता जा रहा है. नीतीश कुमार को खुली चुनौती देने के बाद अब उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के समानान्तर कार्यक्रम करने की घोषणा कर दी है. 2 फरवरी को एक ओर जदयू जिला स्तर पर शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती मना रहा है, वहीं दूसरी ओर उसी दिन उपेंद्र कुशवाहा ने भी अलग से कार्यक्रम का आयोजन किया है. जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने इस मसले पर कहा कि हमारी पार्टी के जब यह एलान कर दिया है कि हमलोग सभी जिला और प्रखंडों में जगदेव प्रसाद की जयंती मनाएंगे, तो फिर पार्टी के किसी भी नेता को अपने निजी कार्यक्रम में शामिल होना उचित नहीं है, यह बिल्कुल ही गलत निर्णय है. उनको इस कार्यक्रम में नहीं शामिल होना चाहिए.
उमेश कुशवाहा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के कार्यक्रम पर जदयू नेतृत्व की नजर है, अगर वो इसमें शामिल होते हैं तो पार्टी उचित एक्शन लेगी. इसके आलावा उन्होंने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार हैं और उनपर बोलने से पहले किसी को भी सोचना चाहिए. उन्होंने पार्टी और राज्य के विकास के लिए कितना कुछ किया. नीतीश कुमार ने कभी भी किसी के बारे भी कुछ भी गलत नहीं बोला. नीतीश कुमार आज भी जो बोल रहे हैं उसमें बिल्कुल सच्चाई है. इसलिए, उपेंद्र कुशवाहा को उनके ऊपर कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए. उपेंद्र कुशवाहा को गलत बयानबाजी तुरंत बंद कर देनी चाहिए. इतना ही नहीं, यदि उन्हें कुछ भी बोलना है, तो पहले पार्टी से इस्तीफा देना होगा, तभी यह संभव हो पाएगा.