अनुराग प्रधान, पटना . प्रभात खबर में जेइइ मेन (मार्च-2021) प्रश्नपत्र लीक होने की खबर छपने के बाद से सीबीआइ की कार्रवाई लगातार जारी है. सीबीआइ ने जेइइ मेन में धांधली और अनियमितता की शिकायत पर एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सोमवार को भी सीबीआइ ने सोनीपत से चार लोगों को गिरफ्तार किया था.
वहीं, अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) भी परीक्षा की व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटी हुई है. संदिग्ध सभी सेंटरों और शहरों की लिस्ट एनटीए ने तैयार कर ली है. बिहार के पटना, पूर्णिया व नालंदा के कई सेंटरों को एक-दो साल पहले ही एनटीए ने बैन कर दिया है.
वहीं, अब सेंटर आवंटन प्रक्रिया को और दुरुस्त बनाने की तैयारी भी एनटीए कर रही है. जिन सेंटरों पर छापेमारी हुई है, वहां अब एनटीए की कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं करायी जायेगी. एनटीए के महानिदेशक विनीत जोशी ने कहा है कि सेंटर की मिलीभगत से ही प्रश्नपत्र बाहर आ सकते हैं.
संदिग्ध सेंटरों पर जेइइ मेन या एनटीए की तरफ से आयोजित कोई भी परीक्षा नहीं होगी. इसके लिए टीसीएस के साथ जल्द ही बैठक होगी. दूर-दराज के सेंटर और सेंटर की स्थिति का अवलोकन किया जायेगा. टीसीएस को इस पर कदम उठाना होगा. जोशी ने कहा कि अभी सीबीआइ जांच कर रही है. जांच के बाद जो भी फैसला होगा, उसका भी पालन किया जायेगा.
जल्द ही सभी सेंटरों का वेरिफिकेशन कराया जायेगा. इसके बाद सेंटरों के लिए नया सुरक्षा मानक भी तैयार किया जा रहा है. सुरक्षा मानक पर खरे नहीं उतरे वाले सेंटरों पर एनटीए कोई भी एग्जाम आयोजित नहीं करायेगी. एग्जाम सेंटरों के लिए भी विशेष गाइडलाइन जारी की जायेगी. गाइडलाइन का पालन सभी सेंटरों को करना है.
जिस प्रकार सेंटरों पर कोई भी परीक्षार्थी इलेक्ट्रोनिक्स गैजेट नहीं लेकर आता है, उसी तरह परीक्षा ड्यूटी में तैनात कर्मियों व अधिकारियों को भी इलेक्ट्रोलॉनिक गैजेट एग्जाम सेंटरों पर या ड्यूटी के दौरान नहीं लाना होगा. इसकी जिम्मेदारी सेंटर सुपरिटेंडेंट की होगी. सेंटर सुपरिटेंडेंट की अगुआई में ड्यूटी पर तैनात लोगों की तलाशी ली जायेगी. इसके साथ ही सभी सेंटरों पर स्टूडेंट्स की गहन तालाशी ली जायेगी.
Posted by Ashish Jha