पटना के पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया स्थित आइओएन डिजिटल जोन परीक्षा केंद्र पर जेइइ मेंस की परीक्षा के दौरान पकड़े गये अभ्यर्थी व सॉल्वरों ने पुलिस को गलत जानकारी देकर भरमाने की कोशिश की. इन लोगों ने पुलिस को अपना नाम व पता गलत बताया. यहां तक की गलत पते पर केस भी दर्ज हो गया. लेकिन जब पता का सत्यापन किया गया तो गलत निकला.
पुलिस ने सोमवार को सूरज मौली को पकड़ा था. उसने यह जानकारी दी थी कि वह परीक्षार्थी मनन मौली का भाई है. इसके बाद पुलिस ने उसके नाम व पते का सत्यापन किया तो यह जानकारी मिली कि वह सूरज मौली नहीं है, बल्कि सीवान का रहने वाला सत्येंद्र शर्मा है. साथ ही यह भी जानकारी मिली कि इसने परीक्षा में बैठने के लिए पांच लाख रुपये में डील की थी.
इधर, मंगलवार को पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया इलाके में पकड़े गये गोपालगंज निवासी राहुल कुमार मिश्रा, सीवान निवासी सूरज मौली उर्फ सत्येंद्र शर्मा व उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी अमन कुमार को पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने जेल भेज दिया. पुलिस सत्येंद्र शर्मा व अमन को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इन दोनों ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं, जिसका सत्यापन करना बाकी रह गया है. साथ ही पुलिस के लिए यह भी जानना अहम है कि ये लोग किस गिरोह के लिए काम करते हैं.
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बता दें कि पुलिस ने इन तीनों को जेइइ परीक्षा के शुरू होने से पहले ही जांच के दौरान पकड़ लिया था. इन लोगों की फोटो व पहचान पत्र मैच नहीं हुई थी. एक परीक्षार्थी राहुल मिश्रा ने तो अपने आवेदन में ही स्कॉलर की तस्वीर लगा दी थी. लेकिन स्कॉलर रकम लेने के बाद भी नहीं आया तो राहुल खुद परीक्षा देने पहुंच गया. चूंकि एडमिट कार्ड पर स्कॉलर का फोटो था, जो राहुल मिश्रा से मैच नहीं हुआ. इसके कारण उसे पकड़ लिया गया.