JEE Mains and Advance: आइआइटी व एनआइटी में एडमिशन के लिए छह राउंड में होगी काउंसलिंग, इस दिन से रजिस्ट्रेशन

23 आइआइटी में एडमिशन जेइइ एडवांस्ड रैंक के आधार पर होगा. वहीं, अन्य संस्थानों में एडमिशन जेइइ मेन रैंक के आधार पर होगा. पूरी प्रक्रिया में रजिस्ट्रेशन, च्वाइस फिलिंग, मॉक अलॉटमेंट और अंत में सीट अलॉटमेंट शामिल होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2023 12:02 AM

ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) ने देश भर के 23 आइआइटी, 31 एनआइटी, 26 ट्रिपल आइटी सहित अन्य 29 गवर्नमेंट फंडेड इंस्टीट्यूट (जीएफटीआइ) की 36 हजार सीटों पर एडमिशन के लिए काउंसेलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन तिथि 20 जून को जारी करेगा. काउंसेलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 20 जून से शुरू हो जायेगी. इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए काउंसेलिंग छह राउंड में आयोजित की जायेगी. जेइइ मेन और जेइइ एडवांस्ड क्वालिफाइड कैंडिडेट्स के लिए काउंसलिंग का आयोजन जोसा ही करेगा.

23 आइआइटी में एडमिशन जेइइ एडवांस्ड रैंक के आधार पर होगा. वहीं, अन्य संस्थानों में एडमिशन जेइइ मेन रैंक के आधार पर होगा. पूरी प्रक्रिया में रजिस्ट्रेशन, च्वाइस फिलिंग, मॉक अलॉटमेंट और अंत में सीट अलॉटमेंट शामिल होगा. कॉउंसेलिंग प्रक्रिया छह राउंड में होगी. कॉउंसेलिंग प्रक्रिया में शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए जेइइ मेन एप्लिकेशन नंबर और पासवर्ड की जरूरत होगी. इसके बाद कैंडिडेट अपने पसंद के कॉलेज और कोर्स का चयन करेंगे. दर्ज की गयी च्वाइस के आधार पर जोसा कैंडिडेट्स को मॉक सीट अलॉट करेगा.

उम्मीदवार को अपनी सीट लॉक करनी होती है. सीट लॉक हो जाने के बाद कैंडिडेट को पसंद के कॉलेज और कोर्स में सीट अलॉट हो जायेगी. पसंद की सीट लॉक करने के लिए कैंडिडेट को फीस जमा करनी होगी. जोसा की प्रोसेसिंग फीस दो हजार रुपये होगी. बाकी फीस कोर्स की फीस से अडजस्ट की जायेगी. जिन स्टूडेंट्स को सीट वापस करनी है वह दूसरे राउंड से पांचवें राउंड तक सीट वापस कर सकते हैं.

114 संस्थानों में होगा एडमिशन

शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए 114 संस्थानों में एडमिशन के लिए जोसा रजिस्ट्रेशन कवायेगा. इस संबंध में सभी दिशा-निर्देश जल्द जारी कर दिया जायेगा. जेइइ एडवांस्ड 2023 का रिजल्ट 18 जून को जारी हो जायेगा. रिजल्ट जारी होने के बाद ही जोसा काउंसेलिंग की प्रक्रिया शुरू करेगा. जेइइ एडवांस्ड क्वालीफाइ करने वाले स्टूडेंट्स को आइआइटी में एडमिशन का मौका मिलेगा. इसके बाद एनआइटी, आइआइइएसटी, ट्रिपल-आइ-टी और अन्य-जीएफटीआइ में एडमिशन जेइइ मेन के स्कोर पर होगा.

यदि नामांकन नहीं लेंगे तो आगे के राउंड से बाहर हो जायेंगे

जोसा की पहली सूची में नाम रहने पर संबंधित कॉलेज व ब्रांच में एडमिशन लेना अनिवार्य है. यदि नामांकन नहीं लेंगे तो आगे के राउंड से बाहर हो जायेंगे. सेकेंड राउंड की सूची में शामिल नहीं किया जायेगा. मनमाफिक कॉलेज और ब्रांच पहली सूची में नहीं मिलने पर नामांकन लेकर छात्र-छात्राएं फ्लोट और स्लाइड विकल्प अपना सकते हैं. इससे आगे के राउंड में बेहतर कॉलेज व ब्रांच मिलने की संभावना बनी रहेगी. सीट अलॉट होने के बाद एडमिशन नहीं लेने पर स्टूडेंट्स अगले साल जेइइ की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे.

कॉलेज व ब्रांच पसंद है तो करें फ्रीज

स्टूडेंट्स ने जोसा की वेबसाइट पर जो च्वाइस फिल की है उसके अनुसार मनपसंद कॉलेज और ब्रांच मिल रहा है तो अभ्यर्थी फ्रीज विकल्प से सीट को अपने नाम कर सकते हैं. इस ऑप्शन को चुनने के बाद स्टूडेंट्स का संस्थान और सीट पक्की हो जायेगी.

दूसरा कॉलेज चाहिए तो लें फ्लोट विकल्प

स्टूडेंट्स ने यदि च्वाइस फिलिंग में 20 संस्थान पसंद किया है तो वरीयता के अनुसार उन्हें आठवें पायदान का विकल्प मिल गया. इससे पहले की वरीयता वाले कॉलेज के लिए आवंटित संस्थान में एडमिशन के बाद फ्लोट विकल्प चुनना होगा. इसके बाद स्टूडेंट्स अगले राउंड की काउंसेलिंग में भी शामिल हो सकेंगे. यदि ऊपर के संस्थान नहीं मिले तो पहले वाले संस्थान में सीट फ्रीज कर सकेंगे.

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बेहतर ब्रांच के लिए करें स्लाइड

अभ्यर्थी को पहली सूची में मनपसंद ब्रांच नहीं मिली तो स्लाइड विकल्प चुनें. यदि आइआइटी पटना में इलेक्टिकल ब्राच मिल रही है और इसी संस्थान में ही कंप्यूटर साइंस ब्राच चाहते हैं तो इसके लिए स्लाइड विकल्प चुनना होगा. इस विकल्प को चुनते ही आगे की काउंसेलिंग में सीट खाली होने पर पसंदीदा ब्रांच मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

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