JEE-NEET Exams 2020 : स्टूडेंट को किराये शेयर कर जाना होगा पटना, साथ रखना होगा फूड का पैकेट व पानी बोतल

कुछ अभिभावकों व छात्रों का कहना है कि दो-चार छात्र मिल कर एक वाहन किराये पर लेंगे और निकल जायेंगे. साथ में सूखा फूड का पैकेट रखेंगे, फिर परीक्षा देने के बाद उसी वाहन से लौट आयेंगे, पर इससे काफी दिक्कत होगी. रहने की सुरक्षित जगह के नहीं होने के कारण परेशान हैं अभिभावक.

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2020 12:55 PM
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भागलपुर : कोरोना वायरस का संक्रमण अभी तेजी से फैल रहा है. इस बीच ज्वाइंट इंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन (यानी जेइइ मेन) व नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंस्ट्रेंस टेस्ट (नीट) सितंबर में आयोजित होगी. वर्तमान स्थिति पर गौर करें, तो होटल व धर्मशालाएं बंद हैं. हालांकि हाल ही में सार्वजनिक परिवहन के संचालन की अनुमति बिहार में दे तो दी गयी है, लेकिन भागलपुर से पटना व गया के लिए कम बस खुलती है. ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो पाया है. ऐसे में बच्चे परीक्षा देने के लिए कैसे जायेंगे. किसी तरह पहुंच भी गये, तो कहां ठहरेंगे और भोजन का क्या इंतजाम होगा. इसकी चिंता सबको खाये जा रही है. कुछ अभिभावकों व छात्रों का कहना है कि दो-चार छात्र मिल कर एक वाहन किराये पर लेंगे और निकल जायेंगे. साथ में सूखा फूड का पैकेट रखेंगे, फिर परीक्षा देने के बाद उसी वाहन से लौट आयेंगे, पर इससे काफी दिक्कत होगी. रहने की सुरक्षित जगह के नहीं होने के कारण परेशान हैं अभिभावक.

शेयर करने पर किराये की गाड़ी पर तीन से पांच हजार का पड़ेगा खर्च

दो या चार बच्चे एक गाड़ी किराया कर पटना या गया जायेंगे, तो प्रत्येक बच्चे पर तीन से पांच हजार तक का खर्च आयेगा. एक टैक्सी चालक ने बताया कि कोई भी परीक्षार्थी एक दिन पहले पटना जाना चाहेगा, ताकि उसे परीक्षा देने में परेशानी नहीं हो. अगर वे रात में भी चलते हैं और दूसरे दिन परीक्षा देकर लौट आते हैं, तो किराया दो दिन का लगेगा. इस हिसाब से दो दिन का किराया लगभग 3000 रुपये लगेगा. इसके अलावा लगभग 50 लीटर डीजल की खपत होगी, जिसकी कीमत लगभग चार हजार रुपये होती है. इस हिसाब से एक गाड़ी किराया करने पर सात हजार रुपये खर्च आयेगा. साथ में भोजन रखना होगा या फिर रास्ते में ढाबे में करना पड़ेगा. इस तरह 10 से 12 हजार रुपया खर्च आयेगा. ऐसे में एक गाड़ी पर जितने बच्चे होंगे, उस हिसाब से प्रत्येक बच्चे पर खर्च आयेगा.

भागलपुर केंद्र पर जुटेंगे 3500 परीक्षार्थी

एक से छह सितंबर तक होने वाली जेइइ मेन टू परीक्षा 2020 को लेकर शहर में चार परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. भागलपुर में इस बार ऑनलाइन परीक्षा के लिए बने चार सेंटरों में पहला बरारी औद्योगिक केंद्र स्थित टीसीएस आयन डिजिटल जोन है. दूसरा कचहरी चौक के निकट इग्जाम इंडिया, तीसरा मनाली चौक स्थित ऑनलाइन परीक्षा केंद्र और चौथा एसएम कॉलेज रोड स्थित ऑनलाइन परीक्षा केंद्र है. भागलपुर के चारों केंद्रों पर करीब 35 सौ छात्र परीक्षा में शामिल होंगे. याद रहे अभी तक एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए मात्र एक केंद्र हुआ करता था. कोरोना से बचाव को लेकर इस बार परीक्षा में प्रवेश से लेकर उपस्थिति बनाने तक में कई बदलाव किये गये हैं. बरारी स्थित केंद्र पर करीब 532 छात्रों के बैठने की क्षमता है, लेकिन वहां मात्र 250 छात्र एक बार में बैठ सकेंगे.

एडमिट कार्ड के बार कोड से बनेगी हाजिरी

परीक्षा के आयोजन में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जायेगा. परीक्षा भवन में क्षमता से आधे छात्रों को बैठाया जायेगा. परीक्षार्थी को मास्क पहनकर आना होगा. परीक्षा कक्ष में इंट्री से पहले परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी. परीक्षा रोजाना दो पाली में होगी. एडमिट कार्ड पर दर्ज सूचना के अनुसार प्रत्येक पाली का प्रवेश समय अलग-अलग होगा. जेइइ मेन में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनेगी. छात्रों के एडमिट कार्ड पर अंकित बार कोड से स्कैनिंग कर उपस्थिति बनेगी. यही परीक्षार्थी के परीक्षा केंद्र पर प्रवेश का आधार भी बनेगा.

परीक्षा में एक साथ प्रवेश पर होगी रोक

कोरोना महामारी को देखते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेइइ मेन व नीट के आयोजन के लिए गाइडलाइन जारी किया है. परीक्षा हॉल में गाइड दूर से ही छात्र-छात्राओं पर नजर रखेंगे. परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले ही केंद्र पर पहुंचना होगा. परीक्षार्थियों को दास्ताने पहनने के अलावा टॉयलेट जाने के लिए भी अनुमति लेनी होगी. परीक्षा हॉल में एक साथ प्रवेश और एक साथ बाहर निकलने की इजाजत नहीं मिलेगी. परीक्षा के दौरान बाहर इंतजार करनेवाले लोग भी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करेंगे.

सेंटर पर पहुंचने व ठहरने की है चिंता

परीक्षार्थियों को परीक्षा की कम, सेंटर पर पहुंचने, ठहरने और भोजन की चिंता अभी से सता रही है. सभी अभिभावक परेशान हैं. परीक्षा न दें तो एक साल बरबाद और देने जायें तो हजार दिक्कतें. इसके साथ ही भागलपुर के सेंटर पर आयेंगे बाहर के भी विद्यार्थी, उनकी चिंता है कि वो रहेंगे कहां और खायेंगे क्या. कोरोना को लेकर शहर के होटलों में अभी इंट्री नहीं है. रेस्टोरेंट भी बंद हैं. ऐसे में रहने और खाने की दिक्कत होगी.

posted by ashish jha

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