घर में नहीं मिल रहा पढ़ाई का माहौल तो यहां करें अध्ययन, मिलेंगी सुविधाएं
घर में आपको यदि पढ़ाई का माहौल नही मिल रहा है और किसी कारण से आपकी पढ़ाई बाधित हो जा रही है तो आप परेशान बिल्कुल न हों.
इन्तेजारूल हक, मोतिहारी घर में आपको यदि पढ़ाई का माहौल नही मिल रहा है और किसी कारण से आपकी पढ़ाई बाधित हो जा रही है तो आप परेशान बिल्कुल न हों.अध्ययन के लिए सरकार ने एक बेहतर विकल्प तैयार कर दिया है और यह सुविधा आप के गांवों में ही दी गयी है. हम बात कर रहे हैं जीविका सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र के बारे में. यह पुस्तकालय इन दिनों गांवों में खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों का भविष्य तैयार कर रहा है. सुबह नौ से शाम पांच बजे तक यह पुस्तकालय खुलता है जहां अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को हर तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं. इंटरनेट व डिजिटल सेवाएं मिल रही है. जीविका कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति की यह महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका सकारात्मक असर धीरे धीरे दिखने लगा है. पढ़ाई का एक नया माहौल तैयार हो रहा है और उत्साह के साथ यहां अध्ययन करने के लिए छात्र-छात्राएं आ रहे हैं. भौतिक व डिजिटल सेवाओं पर फोकस सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्रों पर भौतिक व डिजिटल पुस्तकालय सेवाओं को फोकस किया गया है. विद्यार्थियों को उपयोगी पुस्तकें,दैनिक समाचार पत्र, पत्रिकाएं व गुणवत्तापूर्ण डिजिटल लर्निंग सामग्रियां उपलब्ध करायी गयी है,जिसका लाभ स्थानीय युवा ले रहे हैं. चार प्रखंडों में चल रहा लाइब्रेरी जिले के चार प्रखंडों घोड़ासहन,अरेराज,रामगढ़वा व हरसिद्धि में यह पुस्तकालय चल रहा है. ठीक सुबह नौ बजे खुल जाता है जो शाम चार बजे तक चलता है. एक केंद्र पर प्रतिदिन 50 से 75 छात्र-छात्राएं अध्ययन करने के लिए आते हैं. उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो,इसका खास ख्याल रखा जाता है. कहते हैं अधिकारी ग्रामीण स्तर पर बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश की गयी है. स्थानीय युवाओं में पढ़ाई का माहौल तैयार हो रहा है. और बेहतर हो,इस पर ध्यान देना है. गणेश पासवान, जिला प्रबंधक, जीविका, मोतिहारी.