पटना. जिले में अब जीविका दीदी तालाबों का प्रबंधन भी संभालेंगी. एक एकड़ से लेकर पांच एकड़ तक के 111 तालाबों का रखरखाव और प्रबंधन जीविका समूहों को सौंपा जायेगा. इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने मंगलवार को जल जीवन हरियाली योजना अंतर्गत नवसृजित और विकसित तालाबों के रखरखाव, प्रबंधन के लिए जीविका समूह को आवंटित किये जाने के लिए जिला समन्वय समिति की बैठक समाहरणालय सभागार में की.
जिलाधिकारी ने सभी 111 तालाबों की सूची को अंचलवार सूचीबद्ध करने तथा अंचलाधिकारी को तीन दिनों के भीतर भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया है. साथ ही मत्स्य संसाधन विभाग को चयनित तालाबों से इस सूची के तालाबों का मिलान कर फिल्टर करने तथा इसकी रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है. जीविका समूह को 5 वर्षों के लिए तालाबों के रखरखाव ,प्रबंधन हेतु तालाब का नि:शुल्क आवंटन किये जाने की योजना है. आवंटित तालाब का नवीनीकरण अगले पांच- पांच वर्षों के लिए जिला समन्वय समिति द्वारा सफल क्रियान्वयन के आधार पर किया जायेगा.
इस काम के निबटारे के लिए जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति गठित है जिसमें अपर समाहर्ता राजस्व उपाध्यक्ष हैं तथा पांच अधिकारी, समिति के सदस्य के रूप में नामित हैं जिसमें जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर इकाई ,जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला वन अधिकारी हैं तथा जिला परियोजना प्रबंधक जीविका सदस्य सचिव हैं.
जीविका समुदाय आधारित मत्स्य पालन एवं समेकित मत्स्य पालन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देगी जिसके कारण ग्रामीण महिलाओं में जीविकोपार्जन के अन्य अवसर प्राप्त होंगे. जीविका के सामुदायिक संस्थाओं द्वारा तालाबों के सतत रखरखाव एवं प्रबंधन द्वारा आमदनी में वृद्धि होगी. बैठक में अपर समाहर्ता राजस्व राजीव श्रीवास्तव, डीएफओ, पटना जिला परियोजना प्रबंधक जीविका, जिला मत्स्य पदाधिकारी सहित समिति के सभी सदस्य तथा सभी अंचलाधिकारी मौजूद थे.