1.67 लाख बच्चों को पिलायी जायेगी पोलियोरोधी दवा
सीएस डॉ देवेंद्र प्रसाद ने रविवार को सदर अस्पताल के जीएनएम भवन में बच्चों को पल्स पोलियों की खुराक पिलाकर पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया. इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ प्रमोद कुमार और एनसीडी के डॉ अजय कुमार के अलावा अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे.
जहानाबाद. सीएस डॉ देवेंद्र प्रसाद ने रविवार को सदर अस्पताल के जीएनएम भवन में बच्चों को पल्स पोलियों की खुराक पिलाकर पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया. इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ प्रमोद कुमार और एनसीडी के डॉ अजय कुमार के अलावा अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. अभियान की शुरुआत करने के बाद सीएस ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार राज्य के विभिन्न जिलों के साथ जिले में भी पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का आयोजन किया जा रहा है. यह अभियान 17 से 21 नवंबर तक चलाया जायेगा, जिसमें जिले के शून्य से पांच वर्ष के सभी बच्चों को पल्स पोलियो की ड्रॉप पिलायी जायेगी. जबकि 23 नवंबर को छूटे हुए बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का काम किया जायेगा. पल्स पोलियो अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका आशा और स्वयंसेवी कार्यकत्ताओं को लगाया गया है. ये लोग अपने – अपने पोषक क्षेत्र में शून्य से पांच वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो का ड्राप पिलायेंगी. सिविल सर्जन ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के तहत शून्य से 5 साल के सभी बच्चों को हर हाल में दवा पिलाई जानी है. अगर दवा से एक भी बच्चा वंचित रह गया तो पोलियो के खिलाफ भारत सरकार का अभियान कमजोर पड़ जायेगा. उन्होंने बताया कि भारत में पल्स पोलियो का केस नहीं है बावजूद इसके बगल के पाकिस्तान और बांग्लादेश में पोलियो का केस होने के कारण उससे सुरक्षा के लिए देश में पोलियो का अभियान चलाया जा रहा है, ताकि यहां फिर से पोलियो रोग सामने न जाए, इसीलिए स्वास्थ्य विभाग के नारे एक भी बच्चा छूटा, सुरक्षा चक्र टूटा का अनुपालन हर एक जिम्मेदार नागरिक का कार्य है. इसके लिए हम सभी को आगे आकर बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना होगा. पल्स पोलियो का ड्राप पिलाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि एक भी बच्चा पोलियो की बीमारी से ग्रसित न हो, बच्चे ही हमारे देश में आने वाले भविष्य हैं, जिसके लिए पोलियो पर शत प्रतिशत काबू पाने के लिए सिविल सर्जन ने जिलावासियों से अपील किया कि पोलियो पर देश की जीत बनाए रखने में योगदान दें. उक्त अवसर पर सिविल सर्जन ने बताया कि पल्स पोलियो का अभियान में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका तथा आशा कार्यकत्ता घर-घर जा कर बच्चों को पल्स पोलियो का ड्राप पिलायेगी. जिले के 0 से लेकर 5 साल तक के एक लाख 67 हजार 427 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए 1213 टीका कर्मी घर घर जाकर बच्चों को दवा पिलाने का काम करेंगे. इनमें 413 हाउस टू हाउस टीम, 73 ट्रांजिट टीम और 13 मोबाइल टीम शामिल हैं. टीकाकरण के लिए 2 लाख, 9 हजार, 133 घरों को चिह्नित किया गया है. इन पर निगरानी रखने के लिए 145 पर्यवेक्षक नियुक्त किये गये. दवा रखने के लिए 35 सब डिपो और 16 कोल्ड चैन हैंडलर को शामिल किया गया है. वहीं हुलासगंज में रविवार को पल्स पोलियो पांच दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हुलासगंज डॉ चंद्रशेखर प्रकाश द्वारा मासूम को पल्स पोलियो की ड्राप पिलाकर किया गया. कलेर में चार हजार बच्चों को पिलायी गयी पल्स पोलियो की खुराक : कलेर. पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत रविवार से हो गई. पहले दिन 4000 बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई गयी. उक्त जानकारी देते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ नंदबिहारी शर्मा ने बताया कि 17 से 21 नवंबर तक पल्स पोलियो का कार्यक्रम चलना है. इसमें 0 से 5 वर्ष के बच्चों को दवा पिलानी है जिसमें कुल 22 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है. अभियान के पहले दिन 4000 बच्चों को पल्स पोलियो का दवा पिलाया गया.
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