जहानाबाद. सिविल सर्जन कार्यालय समक्ष जहानाबाद जिला अंतर्गत 102 एंबुलेंस कर्मियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज ग्यारहवें दिन भी जारी रहा. इस दौरान 102 एंबुलेंस कर्मी लगातार सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे हैं. 11वें दिन धरने की अध्यक्षता विद्या भूषण कुमार ने किया. एंबुलेंस कर्मियों की दो मांगों में जुलाई से अभी तक यानी तीन माह 17 दिन के बकाये वेतन का तुरंत भुगतान और नयी एजेंसी के साथ सभी पुराने कर्मचारियों को एक साथ समायोजन करने की मांग शामिल है. एंबुलेंस कर्मियों का कहना है कि दो सूत्री मांगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा सिर्फ मौखिक आश्वाशन दी जा रही है, लेकिन हमारे बकाया वेतन की सिक्युरिटी कोई वरीय पदाधिकारी अपने ऊपर लेने के लिए तैयार नहीं हैं. सन 2013 में इसी प्रकार 4 माह का वेतन एवं इपीएफ, इएसआइ उस समय कार्यरत एजेंसी डॉ जैन वीडियो ऑन व्हील्स लिमिटेड के द्वारा अभी तक नहीं दिया गया और वह एजेंसी सभी कर्मचारियों का पैसा लेकर भाग गई. उस समय भी वरीय पदाधिकारियों के द्वारा सिर्फ मौखिक आश्वाशन ही मिला था. बहुत प्रयास के बाद भी वह पैसा आज तक किसी कर्मी को नहीं मिला. वर्ष 2013 के भांति आज फिर वही स्थिति हमलोगों के साथ उत्पन हो गयी है. अगले माह एक नवंबर से पूरे राज्य की एंबुलेंस का संचालन का जिम्मा राज्य स्वास्थ्य समिति पटना के द्वारा नयी एजेंसी जेन प्लस को दी जा रही है. इस परिस्थिति में 3 माह 17 दिन का वेतन एवं ईपीएफ अभी तक बकाया है. इस बकाया वेतन का सिक्योरिटी लिखित रूप में कोई वरीय पदाधिकारी देने के लिए तैयार नहीं है. हम सभी कर्मी अल्प वेतनभोगी हैं, दिन-रात भूखे-प्यासे में भी स्वास्थ्य विभाग के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य करते हैं. इस बार दशहरा महापर्व में भी हमलोगों को 3 माह का वेतन बकाया रहने के बावजूद एक माह का भी वेतन नहीं दिया गया. अब दिवाली भी नजदीक है. सभी कर्मियों में आक्रोश के साथ भय भी व्याप्त है कि 2013 की भांति इस बार भी तीन माह 17 दिन का वेतन पीडीपीएल एजेंसी लेकर भाग न जाये. उनका कहना है कि जहानाबाद जिले में पिछले चार वर्षों से एंबुलेंस कर्मचारियों द्वारा किसी भी समस्या को लेकर हड़ताल नहीं किया गया.
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