भूमिगत हुए लुटेरे, पुलिस को नहीं मिल पा रहा सुराग

जहानाबाद : शहर के दो प्रमुख स्थानों से एलआइसी और पंजाब नेशनल बैंक के 35 लाख 84 हजार रुपयों की लूट का मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है. लुटेरा गिरोह को पकड़ने में पुलिस को सफलता नहीं मिल पा रही है और न ही लूट की राशि का कोई सुराग मिल पा रहा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2017 11:33 AM
जहानाबाद : शहर के दो प्रमुख स्थानों से एलआइसी और पंजाब नेशनल बैंक के 35 लाख 84 हजार रुपयों की लूट का मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है. लुटेरा गिरोह को पकड़ने में पुलिस को सफलता नहीं मिल पा रही है और न ही लूट की राशि का कोई सुराग मिल पा रहा है.
उल्लेखनीय है कि जून माह में शहर में लूट की दो बड़ी घटनाएं हुई थीं. दोनों घटनाएं सिक्युरिटी कंपनी के कैश वैन से हुई थीं. दो जून को एलआइसी कार्यालय के पास से बाइक पर सवार हथियारबंद लुटेरों ने एसआइएस सिक्युरिटी कंपनी के कैश वैन के कस्टोडियन, चालक और गन मैन से हथियार का भय दिखा दिनदहाड़े 13 लाख 52 हजार रुपये लूट लिये थे.
गार्ड की बंदूक भी लूट ली गयी थी. इसके 25 दिन बाद लूट की दूसरी बड़ी घटना इसी स्टाइल में शहर के राजाबाजार अंडरपास के समीप और एक्सिस बैंक से सटे पश्चिम रेलवे लाइन के किनारे हुई थी.
इस घटना में सिक्युरिटी कंपनी सीएमएस के कैश वैन से पंजाब नेशनल बैंक के 22 लाख 32 हजार रुपयों की लूट उस वक्त कर ली गयी थी, जब चालक और गार्ड वैन में सवार थे और कस्टोडियन एक्सिस बैंक में रुपये लाने के लिए गये हुए थे. इस घटना में भी तीन बाइकों पर सवार छह लुटेरों ने गार्ड की दोनाली बंदूक लूट ली थी. लूट की दोनों घटनाओं में अपराधियों द्वारा लूटी गयीं बंदूकें भागने के दौरान फेंक दिया गया था.
दोनों ही मामले में नगर थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी. पीएनबी के रुपये लूट की घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने इसे चुनौती के रूप में लिया था और शीघ्र ही लुटेरा गिरोह का उद्भेदन करने का दावा किया था. एसपी आदित्य कुमार ने इस मामले की जांच फोरेंसिक की टीम से करायी थी. खोजी कुत्ते को भी बुलाया गया था. पटना के एसएसपी मनू महाराज भी यहां आकर जहानाबाद एसपी के साथ दोनों घटनास्थलों का निरीक्षण किया था.
दो-तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला सका. कई दिन गुजर गये, लेकिन मामले का खुलासा करने में पुलिस को अबतक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. यानी कुल मिला कर लूटकांड का मामला एफआइआर तक सिमट कर रह गया है.
बता दें कि शहर में लूट की हुई दो बड़ी घटनाओं व कुछ अन्य घटनाओं के कारण उत्पन्न विधि-व्यवस्था की समस्या को लेकर नगर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार पाल को निलंबित किया जा चुका है. बहरहाल पुलिस लूट के मामलों का खुलासा करने में सजगता बरत रही है.

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