जहानाबाद : शहर के दो अति व्यस्त इलाके से तीन माह पूर्व दिनदहाड़े दो निजी सिक्यूरिटी कंपनी के कैश वैन से 35 लाख 84 हजार रुपयों की हुई लूट का मामला अब तक नहीं सुलझा है. लूट की दोनों घटनाओं का उद्भेदन करने में अब तक पुलिस को सफलता नहीं मिली है. पटना जिला के धनरूआ थाना अंतर्गत नीमा गांव के समीप हाल ही में कैश वैन से ही इलाहाबाद बैंक के 45 लाख रुपयों की लूट की घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गयी और अब एक विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) का गठन किया गया है.
आइजी के निर्देश पर जहानाबाद के एसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में गठित छह सदस्यीय टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी शहर के उक्त दोनों लूटकांडों का उद्भेदन करने में जुट गयी है. वैज्ञानिक तरीके से जांच शुरू कर दी गयी है. टीम में एसपी के अलावा एएसपी संजय कुमार सिंह, जहानाबाद नगर थाना के इंचार्य इंस्पेक्टर एस के शाही, हुलासगंज थानाध्यक्ष दीपक कुमार एवं अन्य पुलिसकर्मी शामिल है. टीम के द्वारा दोनों कैश वैन से हुई लूट की प्राथमिकी और उस संबंध में अब तक की कार्रवाई का अध्ययन कर अग्रेत्तर अनुसंधान किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि इसी साल शहर के अंबेदकर चौक और गांधी मैदान के बीच सड़क किनारे संचालित एलआइसी कार्यालय के पास से पांच जून को बाइक सवार लुटेरों ने एसआइएस सिक्यूरिटी कंपनी के कैश वैन के गार्ड को पीटकर बंदूक छीन लिया था और 13 लाख 52 हजार रुपये लूट लिया था. पुन:दो जुलाई को राजाबाजार अंडरपास के समीप एक्सिस बैंक के निकट रेलवे लाइन के किनारे खड़े एक अन्य कैश वैन के गार्ड की बंदूक और वैन में रखे पंजाब नेशनल बैंक के 22 लाख 32 हजार रुपये की लूट हुई थी. इस घटना को भी अंजाम बाइक सवार लुटेरों ने दिया था. ये दोनों घटनाएं एक ही स्टाल में की गयी थी. लूट की उक्त दोनों घटनाओं के बाद अपराधी दोनों गार्डों से छीनी गयी बंदूक थोड़ी ही दूर पर फेंक दिया था.