स्वीपिंग मशीन से सड़क की होगी सफाई

जहानाबाद : शहर के बीच से गुजरने वाली एनएच 83 को चकाचक रखने के लिए नगर पर्षद ने एक नयी पहल की है. इसके तहत अब मुख्य सड़क को साफ-सुथरा रखने के लिए स्वीपिंग मशीन का उपयोग किया जायेगा. उक्त उपकरण की खरीदारी करने के लिए पर्षद की संपन्न हुई सशक्त स्थायी समिति की बैठक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2017 5:02 AM

जहानाबाद : शहर के बीच से गुजरने वाली एनएच 83 को चकाचक रखने के लिए नगर पर्षद ने एक नयी पहल की है. इसके तहत अब मुख्य सड़क को साफ-सुथरा रखने के लिए स्वीपिंग मशीन का उपयोग किया जायेगा. उक्त उपकरण की खरीदारी करने के लिए पर्षद की संपन्न हुई सशक्त स्थायी समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है.

उपकरण की लागत तकरीबन 35 लाख रुपये बतायी गयी है. इसके अलावा पर्षद कार्यालय में खराब पड़ी सेक्शन मशीन को दुरुस्त करने का निर्णय लिया गया है, ताकि इसका लाभ शहर के सभी 33 वार्डों में रहने वाले हाउस-होल्डरों को मिल सके. यहां उल्लेखनीय है कि शहर के वार्डों और मुख्य सड़कों की सफाई का जिम्मा पांच एनजीओ संचालकों पर है. इसी एजेंसियों के माध्यम से जिलाधिकारी आवास से लेकर कारगिल चौक तक की मुख्य सड़क से कूड़े-कचरे का उठाव किया जाता है

और सफाई कामगार झाड़ू लगाते हैं, लेकिन एनएच 83 पर जमी गंदगी की पूर्ण रूप से सफाई नहीं हो पाती. परिणाम यह होता है कि साइकिल और बाइक सवार फिसल कर सड़क पर गिर जाते हैं. बारिश होने पर धूल-गर्दे कीचड़ में तब्दील हो जाता है. गंदगी के कारण एनएच पर दुर्घटना नहीं हो औ`र मेन रोड चकाचक दिखे, इसे लेकर स्वीपिंग मशीन से सफाई कराने का निर्णय लिया गया है. बताया गया है कि अन्य बड़े शहरों की तरह स्वीपिंग मशीन से पाइप के जरिये हर तरह की गंदगी और धूल-गर्दे तक का सड़क से उठाव होगा जो स्वच्छता अभियान में सहायक साबित होगा.

सेक्शन मशीन की खराबी से हजारों लोग हैं परेशान
नगर पर्षद के सभी 33 वार्डों में हाउस होल्डरों की संख्या करीब 20 हजार है जिनमें अधिकांश घरों में शौचालय का सेफ्टी टैंक है. विडंबना यह है कि लोगों को अपनी-अपनी सेफ्टी टंकियों की सफाई कराने में कठिनाई हो रही है. कारण है कि नगर पर्षद में उपलब्ध सेक्शन मशीन का खराब रहना. इस कारण प्राइवेट तौर पर लोगों को टंकियों की सफाइ कराने में गया या पटना से सेक्शन मशीनें मंगानी पड़ती है. इस मद में उन्हें बड़ी राशि व्यय करना पड़ता है. यदि खराब पड़ा सेक्शन मशीन दुरुस्त हो जायेगी तो शहरवासियों को टंकियों की सफाई कराने में निर्धारित शुल्क का ही वहन करना पड़ेगा.
स्वच्छता अभियान को मिलेगी गति
स्वीपिंग और सेक्शन मशीन की सुविधा उपलब्ध हो जाने से लोगों को तो सहूलियत होगी ही सरकार के स्वच्छता अभियान को भी गति मिलेगी. कई लोग सफाई के अभाव में टंकियों की गंदगी नालियों में बहा देते हैं. इस कारण मोहल्लों में दुर्गंध फैलती है. स्वीपिंग और सेक्शन मशीन से सफाई कार्य होने पर मुख्य सड़क और मोहल्ला साफ-सुथरा दिखेगा. स्वीपिंग मशीन की खरीदारी में करीब 35 लाख रुपये व्यय किये जायेंगे.
संजीव कुमार , कार्यपालक पदाधिकारी

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