चार माह पूर्व भगायी गयी छात्रा डिब्रूगढ़ से बरामद

अपहरण का मामला निकला प्रेम प्रसंग जहानाबाद : शहर के शांति नगर मुहल्ला निवासी एक युवती काजल कुमारी (काल्पनिक नाम) का करीब साढ़े चार माह पूर्व अपहरण किये जाने का मामला झूठा निकला. युवती अपनी मर्जी से और अपने प्रेमी के कहने पर घर से भागी थी. उसे भगाने वाला शादीशुदा एक शिक्षक है, जो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2017 4:54 AM

अपहरण का मामला निकला प्रेम प्रसंग

जहानाबाद : शहर के शांति नगर मुहल्ला निवासी एक युवती काजल कुमारी (काल्पनिक नाम) का करीब साढ़े चार माह पूर्व अपहरण किये जाने का मामला झूठा निकला. युवती अपनी मर्जी से और अपने प्रेमी के कहने पर घर से भागी थी. उसे भगाने वाला शादीशुदा एक शिक्षक है, जो शहर के ही पाठक टोली मुहल्ले का निवासी है.उसका नाम रंजीत उर्फ पिंटू कुमार है, जो वर्तमान में असम के डिब्रूगढ़ में रेलवे का चतुर्थवर्गीय कर्मचारी है. नगर थाने के सब इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने अनुसंधान के दौरान सूचना पाकर डिब्रूगढ़ के बांसबाड़ी मुहल्ला स्थित एक घर में छापेमारी कर उक्त युवती को बरामद किया.
गुरुवार की अहले सुबह छात्रा को थाने लाया गया .सूचना पाकर उसके परिजन भी पहुंचे .फिलहाल पुलिस और अपने परिजनों के समक्ष रो-रो कर वह कह रही थी कि वह योजनाबद्ध तरीके से अपने घर से भागकर डिब्रूगढ स्थित अपने प्रेमी के साथ थी. बता दें कि नौ मई, 2017 को उक्त युवती के घर में उसकी बहन की शादी थी. जयमाला के बाद मध्य रात्रि में वह अचानक गायब हो गयी. इस संबंध में लड़की के पिता ने अपहरण किये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
घ टना की रात अपने घर के आसपास युवती ने चुड़ी के टुकड़े, दुपट्टा और एक चप्पल को इस कदर फेंका ताकि मामले को अपहरण का रूप दिया जा सके. युवती की बरामदगी को लेकर शहर में उसके परिजनों ने विरोध जताया था. शहर के आभूषण विक्रेताओं ने अपनी दुकानें बंद रखी थीं .धरना -प्रदर्शन भी किया गया था.
ट्यूशन पढ़ाने के दौरान हुई थीं आंखें चार
रंजीत शादीशुदा है. उसका एक बच्चा भी है.नौकरी लगने के पूर्व वह पाठक टोली में ट्यूशन पढ़ाता था. उक्त छात्रा दो साल पूर्व से ही उससे शिक्षा ग्रहण करने जाती थी. उसने बताया कि पढ़ने-पढ़ाने के दौरान प्यार परवान चढ़ा. रंजीत की पत्नी अपने परिवार के साथ पाठकटोली में रहती है. योजना के तहत अपनी बहन की शादी की रात युवती नाटकीय ढंग से रफुचक्कर हो गयी. उसने बताया कि जहानाबाद से वह पटना गयी और दूसरे दिन दोपहर वाली ट्रेन से डिब्रूगढ़ चली गयी.जहां स्टेशन पर रंजीत ने रिसीव किया था. कुछ दिनों पूर्व रंजीत जहानाबाद आया था. केस को समझने के लिए थाने का भी चक्कर लगाया था. पुलिस को उस पर शक था. 15 सितंबर को वह डिब्रूगढ़ चला गया. अनुसंधान के क्रम में मिले सुराग पाकर 16 सितंबर को पुलिस वहां पहुंची और युवती को एक घर से बरामद किया. युवक की गिरफ्तारी अभी नहीं हो सकी है. युवती का बयान कोर्ट में कलमबंद कराया जायेगा.

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