क्वार्टर हुआ वीरान, अफसरों के रहने का नहीं ठिकाना

जहानाबाद सदर : प्रखंड मुख्यालय के परिसर में स्थित सरकारी क्वार्टर वीरान पड़ा हुआ है. इक्का-दुक्का सरकारी क्वार्टर को छोड़ दिया जाय तो अधिकांशत: क्वार्टर जर्जर हो चुका है. यहां तक कि सीओ एवं बीडीओ का क्वार्टर भी जर्जर एवं बेकार हो गया है जिसके कारण 1998 के बाद सरकारी क्वार्टर में एक भी सीओ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2017 7:28 AM
जहानाबाद सदर : प्रखंड मुख्यालय के परिसर में स्थित सरकारी क्वार्टर वीरान पड़ा हुआ है. इक्का-दुक्का सरकारी क्वार्टर को छोड़ दिया जाय तो अधिकांशत: क्वार्टर जर्जर हो चुका है.
यहां तक कि सीओ एवं बीडीओ का क्वार्टर भी जर्जर एवं बेकार हो गया है जिसके कारण 1998 के बाद सरकारी क्वार्टर में एक भी सीओ एवं बीडीओ नहीं रूके है. विदित हो कि प्रखंड परिसर में दो दर्जन से अधिक सरकारी क्वार्टर है. यह सरकारी क्वार्टर स्टाफ के रहने के लिए बनाया गया था. सरकारी क्वार्टर में डीएम कार्यालय, विकास भवन, प्रखंड कार्यालय एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी रहा करते थे. सीओ एवं बीडीओ के रहने के लिए परिसर में ही शानदार आवास बना हुआ था. आवास में सीओ एवं बीडीओ के रहने के लिए चार रूम, डायनिंग रूम के साथ बरामदा भी बना हुआ है तथा आवास के चारों ओर घेराबंदी किया हुआ है.
1998 तक सीओ एवं बीडीओ का सरकारी आवास गुलजार हुआ करता था. सीओ एवं बीडीओ सरकारी क्वार्टर में ही रहा करते थे. सरकारी क्वार्टर सुबह से ही गुलजार होने लगती थी लेकिन 1998 के बाद क्वार्टर जो जर्जर हुआ वह धीरे-धीरे ढहते गया तथा सीओ एवं बीडीओ का क्वार्टर भूत बंगला में तब्दील हो गया. स्टाफ के लिए बनाया गया क्वार्टर का भी वही हाल बन गया है. दो बेड रूम में सरकारी क्वार्टर में दो-चार क्वार्टर को छोड़ दिया जाय तो अधिकांशत: सभी क्वार्टर जर्जर हो चुका है. जो स्टाफ सरकारी क्वार्टर में रहते है खुद सरकारी क्वार्टर का मेंटेनस कराते है.
बोले पदाधिकारी
प्रखंड परिसर में बना सरकारी आवास बेकार हो चुका है. 20 साल से उसमें कोई भी सीओ एवं बीडीओ नहीं रहे है. हमलोग किराये पर रहते है. अब तक कार्यालय भी जर्जर हो चुका है तथा भवन निर्माण विभाग द्वारा कार्यालय भवन को खतरनाक घोषित कर दिया गया है़
सुनील कुमार झा, सीओ, जहानाबाद

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