कंडक्टर ने मजदूर को पीटा बेहोश होने पर बस से फेंका
घटना. किराया देने में कम पड़ गये थे पांच रुपये बेहोश पड़े युवक का पुलिस ने कराया इलाज जहानाबाद : यात्री बस के कंडक्टर ने 30 वर्षीय एक मजदूर की पहले बेरहमी से पिटाई की, फिर उसे जख्मी व बेहोशी हालत में चलती बस से सड़क पर फेंक दिया. यह घटना शहर के राज्य संपोषित […]
घटना. किराया देने में कम पड़ गये थे पांच रुपये
बेहोश पड़े युवक का पुलिस ने कराया इलाज
जहानाबाद : यात्री बस के कंडक्टर ने 30 वर्षीय एक मजदूर की पहले बेरहमी से पिटाई की, फिर उसे जख्मी व बेहोशी हालत में चलती बस से सड़क पर फेंक दिया. यह घटना शहर के राज्य संपोषित बालिका इंटर स्कूल के पास सोमवार की शाम करीब 06:30 बजे की है. जख्मी युवक रामाधार मांझी घोसी थाने के सैदपुर गांव का रहनेवाला है. वह खेतों में मजदूरी का काम करता है. घायल मजदूर के अनुसार, वह अपने साले के पुत्र को छोड़ने के लिए जहानाबाद स्टेशन पर आया था.
शाम में वह अपने घर लौटने के लिए काको मोड़ के समीप एक यात्री बस में सवार हुआ. उसके पास महज 10 रुपये बचे हुए थे. दरधा पुल क्रॉस करने के बाद बस कंडक्टर ने जब किराया मांगा, तो उसने अपने पास रहे 10 रुपये दे दिये. इस पर कंडक्टर ने 15 रुपये पूरा लेने की जिद करने लगा. इस पर रामाधार ने बस कंडक्टर से काफी आरजू-मिन्नत की व अपनी परेशानी को भी बताया. उसने यह भी कहा कि रात हो रही है, घर जाने के लिए कोई उपाय नहीं है. मेरे पास इतने ही पैसे हैं इसे आप रख लो, बाकी पैसे मैं कल आपको दे दूंगा. लेकिन, कंडक्टर ने उसकी एक न सुनी और बस से उतारने लगा. लेकिन रात होने की चिंता में वह बस से नहीं उतर रहा था.
इस पर कंडक्टर ने उसकी पिटाई शुरू कर दी. इससे रामाधार मांझी बेहोश हो गया. बस जब राज्य संपोषित बालिका इंटर स्कूल के समीप पहुंची, तो कंडक्टर ने बेहोश रामाधार को चलती बस से सड़क पर फेंक दिया. इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया. इस बीच संध्या गश्ती पर निकली नगर थाने की पुलिस की नजर उस पर पड़ी, तो उसे उठाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया. सलाइन चढ़ाने के बाद रामाधार को जब होश आया, तो उसने अपने साथ हुई ज्यादती की कहानी पुलिस को बतायी. पुलिस बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गयी है.