जहानाबाद : जिले में एक छठ व्रती महिला के पारण करने से पहले ही उसकी मांग का सिंदूर मिट गया. घटना शहर के सत्संग नगर राजाबाजार की है. शकुराबाद थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव के सत्येंद्र कुमार जमशेदपुर में जीआरपी में सब-इंस्पेक्टर थे. वे पांच दिनों पूर्व छुट्टी लेकर घर आये हुए थे. उनकी पत्नी छठ व्रत की हुई थीं. शाम को अर्घ देकर अपनी बेटी के घर ही रुक गयी थी. किराये के मकान में ही सत्येंद्र कुमार ने रात बितायी. सुबह उनकी पत्नी मंजू देवी भगवान भास्कर को अर्घ देने संगम घाट गयी. संगम घाट से अर्घ देकर वे अपनी बेटी के घर लौटी.
इसी बीच, पिता के पास उनकी एक बेटी गयी, तो देखा कि वह तड़प रहे हैं. आनन-फानन में इलाज के लिए परिजन उन्हें लेकर निजी क्लिनिक पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया. मौत की खबर मिलते ही परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा. पत्नी पारण भी नहीं कर सकी थीं, लेकिन जैसे ही उनकी मांग का सिंदूर मिटने की सूचना मिली, वह दहाड़ मारकर रोने लगी और कहने लगी भगवान भास्कर की पूजा करने में कौन-सी चूक हुई कि भगवान ने पति को ही उठा लिया. घटना की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस की देख-रेख में शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया. परिजनों ने बताया कि सत्येंद्र कुमार इन दिनों काफी मानसिक तनाव में थे. उनकी दवा चल रही थी. अत्यधिक दवा खाने के कारण ही मौत की वजह बतायी जा रही है.