जहानाबाद : धड़ल्ले से हो रहा है पॉलीथिन का प्रयोग
जहानाबाद : नगर पर्षद क्षेत्र में 23 दिसंबर से पॉलीथिन कैरीबैग पर पूर्ण प्रतिबंध लागू है, इस प्रतिबंध के अनुसार प्लास्टिक कैरीबैग के निर्माण, आयात व भंडारण वितरण विक्रय परिवहन के प्रयोग पर पूरी तरह से रोक है. शहरी निकायों के थोक व खुदरा दुकानदार, फेरीवाले, सब्जी वाले सभी को पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करना […]
जहानाबाद : नगर पर्षद क्षेत्र में 23 दिसंबर से पॉलीथिन कैरीबैग पर पूर्ण प्रतिबंध लागू है, इस प्रतिबंध के अनुसार प्लास्टिक कैरीबैग के निर्माण, आयात व भंडारण वितरण विक्रय परिवहन के प्रयोग पर पूरी तरह से रोक है.
शहरी निकायों के थोक व खुदरा दुकानदार, फेरीवाले, सब्जी वाले सभी को पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करना करना है. प्रतिबंध के बावजूद कोई प्लास्टिक का उपयोग करता है तो 5000 तक का जुर्माना लग सकता है.
इसको सफलता से लागू करने के लिए नगर पर्षद क्षेत्र में विज्ञापन होर्डिंग बैनर आदि के माध्यम से जमकर प्रचार-प्रसार कराया गया था. साथ ही लाउडस्पीकर से भी अनाउंस करवाया गया. प्रतिबंध के शुरुआती दिनों में इसका व्यापक असर देखने को मिला, लेकिन धीरे-धीरे अधिकांश दुकानदार पुराने ढर्रे पर लौट गये हैं.
शहर में बत्तीस भंवरिया, हाट पर, अरवल मोड़, स्टेशन सब्जी मंडी, मलहचक मोड़ के अधिकांश सब्जी दुकानों पर प्रतिबंध के शुरुआती दिनों में इसका व्यापक असर देखने को मिला, लेकिन धीरे-धीरे अधिकांश दुकानदार व ग्राहक पुराने ढर्रे पर लौट गये हैं. सब्जियां प्लास्टिक के कैरीबैग में बेखौफ तौली जा रही है. किराना दुकानों में भी इसका प्रयोग शुरू हो गया है.
इस संबंध में पूछने पर एक दुकानदार ने बताया कि पॉलीथिन का कैरीबैग सस्ता पड़ने के कारण प्रचलन में बना हुआ है. इसके अन्य विकल्पों की सप्लाइ कम है और महंगी भी है. मुनाफा कम ना हो इसके लिए दुकानदार पॉलीथिन का बैग प्रयोग कर रहे हैं.
वहीं फुटपाथ दुकानदार भी पॉलिथीन के कैरीबैग का प्रयोग करने में कोई संकोच नहीं कर रहे है. क्योंकि पकड़े जाने का उन्हें भय नहीं है.वहीं प्रचार-प्रसार कम पड़ने के कारण अब जागरूकता में कमी आयी है. इसलिए ग्राहक भी पॉलीथिन लेने से इन्कार नहीं करते. खरीदारों के हाथों में फिर से प्लास्टिक कैरीबैग लटकते नजर आ रहे हैं.
नहीं हो रही कार्रवाई : नगर पर्षद क्षेत्र में प्रतिबंध को लागू करने के लिए टास्क फोर्स का भी गठन किया गया था. इसमें नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सिटी मैनेजर सहित कुछ वार्ड सदस्य शामिल हैं. इस टास्क फोर्स को शहर के विभिन्न दुकानों, सब्जी मंडियों और व्यवसायी स्थलों, होटलों आदि का औचक निरीक्षण कर प्रतिबंधित प्लास्टिक कैरी बैग के इस्तेमाल की जांच करनी है
और नियम का उल्लंघन करने पर कार्रवाई करनी है, लेकिन शुरुआती अभियानों को छोड़ दें तो लंबे वक्त से कोई औचक निरीक्षण नहीं किया गया है. जब तक जागरूकता और कार्रवाई दोनों बिंदुओं पर लगातार काम नहीं होगा तब तक प्रतिबंध का उल्लंघन जारी रहेगा.