नौ अप्रैल से शुरू होगा आस्था का महापर्व चैती छठ, 11 अप्रैल को व्रती देंगे डूबते सूर्य को अर्घ
जहानाबाद : छठ पूजा का महापर्व सूर्यदेव की उपासना के लिए मनाया जाता है, ताकि परिवार को सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त हो सके. संतान सुख और संतान के सुखद भविष्य के लिए भी व्रती चैती छठ का व्रत रखते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से नि:संतानों को संतान प्राप्त होती है […]
जहानाबाद : छठ पूजा का महापर्व सूर्यदेव की उपासना के लिए मनाया जाता है, ताकि परिवार को सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त हो सके. संतान सुख और संतान के सुखद भविष्य के लिए भी व्रती चैती छठ का व्रत रखते हैं.
ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से नि:संतानों को संतान प्राप्त होती है तथा मनचाही मनोकामना पूर्ति के लिए भी छठ का व्रत रखा जाता है.
आस्था, साधना, अाराधना और सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ इस बार नौ अप्रैल मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा. इसको लेकर व्रतियों के घरों में अभी से भक्ति का माहौल बनने लगा है. बेहद खास और अहम पर्व छठ कई मायने में खास होता है.
गर्मी और सूर्य की तपिश के बावजूद व्रती दो दिनों तक उपवास रहकर भक्ति में लीन रहते हैं. ज्योतिषाचार्य पं चंद्रकिशोरमणि त्रिपाठी ने बताया कि चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व नौ अप्रैल को नहाय-खाय से शुरू होगा. 36 घंटे के उपवास के बाद व्रती शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ देकर पर्व का समापन करेंगे.(
होगी घाटों की सफाई : तीन दिनों तक चलने वाले महापर्व छठ को लेकर मुख्य पार्षद ने कहा कि शहर के सभी उन घाटों की सफाई करायी जायेगी, जहां व्रती आते हैं. शहर के उन सभी छठ घाटों पर जहां व्रती पहुंचते हैं, वहां सफाई के अलावा पेयजल, टेंट, लाइट और अर्घ के लिए जल की व्यवस्था की जायेगी.