केबीसी-11 में पहले करोड़पति बने जहानाबाद के सनोज राज

जहानाबाद : जिले के हुलासगंज प्रखंड स्थित ढोंगरा गांव के सनोज राज रियलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के सीजन-11 के पहले करोड़पति बन गये हैं. सोनी चैनल ने मंगलवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर आनेवाले एपिसोड का प्रोमो पोस्ट किया है, जिसमें वह 15वें सवाल का सही जवाब देकर एक करोड़ रुपये जीतते दिखायी दे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2019 8:41 AM

जहानाबाद : जिले के हुलासगंज प्रखंड स्थित ढोंगरा गांव के सनोज राज रियलिटी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के सीजन-11 के पहले करोड़पति बन गये हैं. सोनी चैनल ने मंगलवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर आनेवाले एपिसोड का प्रोमो पोस्ट किया है, जिसमें वह 15वें सवाल का सही जवाब देकर एक करोड़ रुपये जीतते दिखायी दे रहे हैं.

सोनी चैनल के फेसबुक पोस्ट के अनुसार, अब वह सात करोड़ रुपये के सवाल के लिए खेलेंगे. गुरुवार और शुक्रवार को सनोज से जुड़े एपिसाेड का प्रसारण होगा. इससे पहले ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में पूर्वी चंपारण के सुशील कुमार पांच करोड़ रुपये जीत चुके हैं.
कंप्यूटर साइंस में बीटेक सनोज आइएएस अधिकारी बन कर देश और समाज की सेवा करना चाहते हैं. महानायक अमिताभ बच्चन से मिलने की ख्वाहिश ने सनोज को केबीसी की हॉट सीट तक पहुंचा दिया.
केबीसी के 11वें सीजन के लिए सनोज मोबाइल एप्स के माध्यम से सेलेक्ट हुए. लेकिन, हॉट सीट तक पहुंचने के लिए टेलीफोनिक ऑडिशन और फिर पटना में फेस-टू-फेस ऑडिशन से उन्हें गुजरना पड़ा. स्वभाव से शांत और प्रतिभाशाली सनोज केबीसी के प्रोमो में अपने चुटिले अंदाज में सवालों के जवाबों से बिग बी को भी प्रभावित करते नजर आ रहे हैं. सनोज राज के पिता रामजन्म शर्मा किसान हैं और माता कालिंदी देवी गृहिणी हैं.
सात करोड़ के लिए दुआओं का दौर जारी
आइएएस बनना चाहते हैं ढोंगरा के सनोज राज
बुधवार से शुक्रवार के बीच सवालों का जवाब देते दिखेंगे सनोज
कंप्यूटर साइंस में िकया है बीटेक
सनोज ने प्रारंभिक शिक्षा मानस इंटरनेशनल विद्यालय से प्राप्त की. फिर एसएस कॉलेज, जहानाबाद से इंटर करने के बाद वर्धमान यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया. कैंपस सेलेक्शन के जरिये उन्हें टीसीएस में नौकरी मिली. लेकिन, यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी.
फिलहाल, केंद्रीय अर्धसैनिक बल में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर उनका चयन हो चुका है. इसके बावजूद सनोज कहते हैं, मैं खुश तो हूं, लेकिन संतुष्ट नहीं हूं. आइएएस अधिकारी बन कर देश की सेवा करना चाहता हूं. गांव और जिले के लिए कुछ बेहतर करने की इच्छा रखनेवाले सनोज जहानाबाद की छवि बदलने के लिए जेडीसी का गठन और ऑनलाइन कैंपेन का नेतृत्व भी कर चुके हैं.

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