11 हजार वोल्ट का तार गिरने से युवक की मौत, सड़क जाम

जहानाबाद : जिले के परसबिगहा थाना क्षेत्र के उदयपुरा गांव निवासी बालकेश्वर प्रसाद का पुत्र गजेंद्र कुमार उर्फ रिजु की मौत करेंट लगने से हो गयी. परिजनों द्वारा उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, लेकिन चिकित्सक द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया. पहले तो परिजन शव को लेकर अपने गांव जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2019 5:34 AM

जहानाबाद : जिले के परसबिगहा थाना क्षेत्र के उदयपुरा गांव निवासी बालकेश्वर प्रसाद का पुत्र गजेंद्र कुमार उर्फ रिजु की मौत करेंट लगने से हो गयी. परिजनों द्वारा उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, लेकिन चिकित्सक द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया. पहले तो परिजन शव को लेकर अपने गांव जाने लगे लेकिन बाद में आक्रोशित परिजनों ने शव को सदर अस्पताल के मेन गेट के पास एनएच 83 पर रखकर सड़क जाम कर दिया. सड़क जाम से आवागमन प्रभावित हो गया.

सड़क जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया और परिजनों को समझाया-बुझाया गया. रतनी बीडीओ द्वारा पारिवारिक योजना के तहत 20 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया जिसके बाद मृतक के परिजनों द्वारा सड़क जाम समाप्त कर दिया गया.
पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए फिर से सदर अस्पताल भेजा गया. जहां शव का पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया. घटना के संबंध में बताया जाता है कि मृतक गजेंद्र कुमार सोमवार की सुबह अपने घर से खेतों में जिनोरा काटने गया था. जब वह जिनोरा काटकर लौट रहा था. उसी दौरान 11 वोल्ट का तार टूटकर उसके ऊपर गिर गया जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया.
आनन-फानन में परिजनों द्वारा उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया. चिकित्सक द्वारा मृत घोषित किये जाने के बाद परिजन रोने-बिलखने लगे और शव को लेकर घर के लिए रवाना हो गये. बताया जाता है कि रास्ते में गांव के ही कुछ लोगों द्वारा परिजनों को बताया गया कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक शव को घर नहीं ले जायेंगे.
उसके बाद परिजन शव लेकर वापस सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के पास पहुंच गये और शव को सड़क पर रख यातायात अवरुद्ध कर दिया. इस दौरान कई बार यात्रियों से सड़क जाम कर रहे लोगों की बकझक भी हुई. परिजन मुआवजे की मांग के साथ ही बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. रतनी बीडीओ द्वारा पारिवारिक लाभ योजना का चेक प्रदान किये जाने के बाद परिजन शांत हुए.

Next Article

Exit mobile version