मौसम का गिरने लगा पारा, गर्म कपड़ा बन रहा सहारा

जहानाबाद : इस बार भीषण ठंड से मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा. इस बार ठंड ज्यादा सतायेगी. साथ ही जाड़े का मौसम मार्च के पहले पखवारे तक खिंच सकता है. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय के मुताबिक दिसंबर और जनवरी में कोल्ड-वेब और कोल्ड-डे के दिनों की औसत संख्या 12 मानी जाती है. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2019 1:33 AM

जहानाबाद : इस बार भीषण ठंड से मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा. इस बार ठंड ज्यादा सतायेगी. साथ ही जाड़े का मौसम मार्च के पहले पखवारे तक खिंच सकता है. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय के मुताबिक दिसंबर और जनवरी में कोल्ड-वेब और कोल्ड-डे के दिनों की औसत संख्या 12 मानी जाती है.

इस वर्ष के 22 दिन कोल्ड-वेब और कोल्ड-डे के दायरे में रहेंगे. यहां यह बताना जरूरी है कि कोल्ड वेब उस दिन को कहा जाता है, जिस दिन न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे होता है, जबकि कोल्ड-डे के दायरे वह दिन आते हैं, जिस दिन का तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे होता है.
वहीं दूसरी ओर बुधवार को हिमालय की पहाड़ों से उतरी ठंडी हवा से रात को ठंडक बढ़ गयी. सीजन में पहली बार न्यूनतम पारा 15 डिग्री से भी कम हो गया. बुधवार की सुबह आसमान साफ रहा और ठंडी हवा से सिहरन भी महसूस हुई. दिन चढ़ने के साथ ही धूप भी खिली, मगर उसमें अधिक तेजी नजर नहीं आयी.
वर्ष 2003 में थी सर्वाधिक ठंड
मौसम विज्ञानी के मुताबिक, इस बार वर्ष भर आर्द्रता का प्रतिशत औसत से अधिक रहा है. साथ ही ठंड शुरू होने से ठीक पहले सितंबर महीने में औसत से 107 प्रतिशत से अधिक बारिश ने नमी को और बढ़ा दिया.
उत्तर बिहार के ऊपरी वायुमंडल में 1800 फुट की ऊंचाई पर हवा की गति तेज होना और निम्न वायुदाब क्षेत्र का बना होना है. ऐसे में ठंडी हवा निचले वायुमंडल की ओर आयेगी और यहां का तापमान गिरायेगा. चूंकि इसको निचले वायुमंडल में पहले से जमी आर्द्रता का साथ मिलेगा. बीते 20 वर्ष से की सर्वाधिक ठंड उत्तर बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकतम जिलों में पड़ेगी. इससे पहले 2003 में 20 दिन कोल्ड-डे व कोल्ड वेब वाले रहे थे.
ऐसे बदला मौसम का मिजाज
सोमवार को अचानक ही हवा का रुख बदल गया और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था और वहीं न्यूनतम तापमान भी बढ़कर 15 डिग्री पर आ गया था. उतर पश्चिमी हवा के कारण बुधवार की रात को ठंड बढ़ गयी और न्यूनतम तापमान गिरकर 15 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. वहीं अधिकतम पारे में भी गिरावट दर्ज की गयीजबकि आर्द्रता अधिकतम 71 और न्यूनतम 64 फीसदी पर पहुंच गयी.

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