सदर अस्पताल में दम तोड़ रहा है स्वच्छ भारत अभियान, खुले में कर रहे शौच
जहानाबाद : सदर अस्पताल में स्वच्छता अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है. अस्पताल परिसर में कूड़े का अंबार स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ाता नजर आता है. अस्पताल प्रशासन द्वारा परिसर में स्वच्छता रखने के लिए लाखों रूपये खर्च किये जाते हैं. परिसर में साफ-सफाई के लिए आउटडोर सोर्स एजेंसी को जिम्मा दिया गया […]
जहानाबाद : सदर अस्पताल में स्वच्छता अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है. अस्पताल परिसर में कूड़े का अंबार स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ाता नजर आता है. अस्पताल प्रशासन द्वारा परिसर में स्वच्छता रखने के लिए लाखों रूपये खर्च किये जाते हैं. परिसर में साफ-सफाई के लिए आउटडोर सोर्स एजेंसी को जिम्मा दिया गया है जिसके ऊपर पूरे अस्पताल को साफ-स्वच्छ रखने की जिम्मेवारी है.
वहीं अस्पताल प्रशासन द्वारा नगर पर्षद को भी साफ-सफाई के लिए टैक्स के रूप में करीब 30 हजार रूपये की राशि दी जाती है. इन सभी कवायदों के बावजूद अस्पताल परिसर में कई जगहों पर कूड़ों का अंबार लगा हुआ है .
खुले में शौच मुक्त घोषित है शहर, अस्पताल में उड़ रहीं धज्जियां :नगर पर्षद क्षेत्र जहानाबाद कई सालों से खुले में शौच मुक्त घोषित है. साथ ही अस्पताल परिसर में रोगियों के लिए शौचालय की सुविधा है. ऐसे में अस्पताल के ओपीडी भवन के पीछे अहले सुबह और देर शाम को खुले में शौच करते लोग रोजाना दिख जाते हैं.
मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि मरीजों की संख्या के अनुपात में शौचालय की संख्या कम है. वहीं कुछ में गंदगी के कारण जाना मुश्किल है. वहीं जो सही हालत में है उनमें लंबी लाइन लगी रहती है. ऐसे में मजबूरन मरीजों और उनके साथ परिजन अस्पताल भवन के पीछे परिसर का उपयोग करते हैं.
परिसर में नहीं है साफ-सफाई, खड़े हैं खटारा सड़े-गले वाहन :अस्पताल परिसर में कई जगहों पर साफ-सफाई का अभाव स्पष्ट रूप से दिखता है. इमरजेंसी वार्ड सहित अधिकांश वार्डों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है लेकिन आइसीयू में साफ-सफाई का अभाव मरीजों को और बीमार कर सकता है. वहीं मरीजों के वार्ड में कभी-कभी आवारा कुत्तों का घुस जाना भी चिंता का विषय है. अस्पताल परिसर में कई जगह पुराने और खटारा वाहन महीनों और सालों से खड़ा है.
बोले पदाधिकारी
अस्पताल में साफ-सफाई के लिए आउटडोर सोर्सिंग की जाती है. वहीं नगर पर्षद के कर्मियों द्वारा भी कूड़े का उठाव किया जाता है. संबंधित एजेंसी को निर्देश देकर कूड़े का ढेर शीघ्र हटाया जायेगा. वहीं खुले में शौच करने के पीछे जागरूकता का अभाव है. इस संबंध में अस्पताल कर्मियों और गार्ड को इसे रोकने के निर्देश दिया जायेगा.
डॉ बीके झा, अधीक्षक, सदर अस्पताल, जहानाबाद