जिले में आज व कल को मनायी जायेगी मकर संक्रांति

जहानाबाद नगर : जिले में मकर संक्रांति का पर्व मंगलवार एवं बुधवार को मनाया जायेगा. यह पर्व सूर्य की विशेष गति के आधार पर मनाया जाता है. जब सूर्य का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश होता है तब मकर संक्रांति मनायी जाती है. इस पर्व के मौके पर लोग नदियों एवं सरोवरों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2020 7:24 AM

जहानाबाद नगर : जिले में मकर संक्रांति का पर्व मंगलवार एवं बुधवार को मनाया जायेगा. यह पर्व सूर्य की विशेष गति के आधार पर मनाया जाता है. जब सूर्य का धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश होता है तब मकर संक्रांति मनायी जाती है.

इस पर्व के मौके पर लोग नदियों एवं सरोवरों में डुबकी लगाने के बाद दान-पुण्य करते हैं. साथ ही चूड़ा-दही का स्वाद के साथ ही तिलकुट का आनंद लेते हैं. पर्व को लेकर जिला मुख्यालय के अलावे जिले के सभी प्रमुख हाट बाजारों में चूड़ा-तिलकुट व गुड़ की दुकानें सजी रहीं.
दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ भी लगी रही. लोग चूड़ा-दही की खरीदारी के साथ ही तिलकुट की खरीदारी भी करते दिखे. ग्राहक अपनी जरूरत के अनुसार तिलकुट व अन्य सामग्री की खरीदारी कर रहे थे. वहीं कई लोगों द्वारा अपने रिश्तेदारों के घर भी चूड़ा-तिलकुट भेजा गया. मकर संक्रांति को लेकर तिलकुट की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी रही.
चूड़ा तिलकुट की दुकानों में दिनभर लगा रहा खरीदारों का ताता : कुर्था प्रतिनिधि के अनुसार कुर्था, मानिकपुर, मोतेपुर बाजार में सोमवार को मकर संक्रांति को लेकर बाजारों में काफी भीड़ देखी गयी.
सुबह से ही प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न चूड़ा, तिलकुट व गुड़ की दुकानों में खरीदारों का तांता लगा रहा. हालांकि प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोग सोमवार को कुर्था, मानिकपुर व मोतेपुर बाजार में पहुंचकर मकर संक्रांति की तैयारी को लेकर उन्नत किस्म के चूड़े व स्वादिष्ट तिलकुट के अलावा विभिन्न प्रकार की सामग्री की खरीदारी करते देखे गये.
इस बार खरीदारों को चीनी से ज्यादा गुड़ का तिलकुट भा रहा है. तिलकुट भंडार के संचालक मनोज कुमार ने बताया कि तिलों की कीमतों में मामूली उछाल की वजह से इस बार तिलकुट की कीमतों में हल्की बढ़ोतरी की गयी है, जिससे गुड़ का तिलकुट 250-300 रुपये किलो, चीनी का तिलकुट 200 से 220 रुपये किलो तक बेचा गया है.
वहीं खोये का तिलकुट 600 रुपये किलो की दर से बेचा गया. बताते चलें कि 14 जनवरी मकर सक्रांति को लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न बाजारों में तिलकुट की अस्थायी दुकानें देखी गईं, जहां खरीदारों का दिनभर भीड़ उमड़ता रहा. हालांकि पुरोहितों का कहना है कि मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाया जायेगा चूंकि मकर राशि सूर्य के संपर्क में 15 जनवरी को आ रही है.
ऐसे में 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति मनाना शुभ माना जा रहा है. हालांकि मकर संक्रांति के दिन बहती नदी में गुड़, तिल अर्पण कर चूड़ा- गुड़ ग्रहण करने से विभिन्न प्रकार के फायदे होते हैं.
मकर संक्रांति पर होगी पतंगबाजी
मकर संक्रांति के मौके पर पतंगबाजी भी खूब होगी. पर्व मनानेवाले लोग जहां अपने घरों की छतों पर पतंग उड़ाते दिखेंगे, वहीं गांधी मैदान और एरोड्रम जैसे इलाकों में लोग पतंगबाजी करते देखे जाते हैं. पतंगबाजी को लेकर सबसे अधिक उत्साह बच्चों में देखा जाता है,
जो पतंग के पीछे-पीछे दौड़ लगाते दिखते हैं. जब भी कोई पतंग टूटकर गिरने लगती है तो उसके पीछे बच्चों का झुंड उसे अपना बनाने के लिए भाग-दौड़ पड़ता है. इस तरह का नजारा गांधी मैदान के अलावा एरोड्रम एवं सांईं मंदिर के इलाके में भी देखा जाता है.

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