मांगें नहीं मानीं गयीं तो ले सकते हैं आत्मदाह का निर्णय

जहानाबाद (नगर) : विभिन्न मांगों को लेकर अनशन पर बैठे संयुक्त किसान संघर्ष मोरचा का अनशन चौथे दिन भी जारी रहा. चार दिन बीत जाने के बाद भी किसानों से मिलने कोई भी सरकारी पदाधिकारी नहीं आया. जबकि गुरुवार की रात एक अनशनकारी सुदीष्ट प्रसाद श्रीवास्तव की तबीयत खराब होने के बाद सदर अस्पताल में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2014 1:43 AM

जहानाबाद (नगर) : विभिन्न मांगों को लेकर अनशन पर बैठे संयुक्त किसान संघर्ष मोरचा का अनशन चौथे दिन भी जारी रहा. चार दिन बीत जाने के बाद भी किसानों से मिलने कोई भी सरकारी पदाधिकारी नहीं आया. जबकि गुरुवार की रात एक अनशनकारी सुदीष्ट प्रसाद श्रीवास्तव की तबीयत खराब होने के बाद सदर अस्पताल में भरती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना भेज दिया गया. वहीं, दो अन्य अनशनकारी विनय कुमार राही एवं विपिन बिहारी अनशन पर डटे हुए हैं.

शुक्रवार को आंदोलन के समर्थन में काफी संख्या में लोग अनशन स्थल पर पहुंच कर आक्रोश पूर्ण नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री का पुतला दहन किया. इस दौरान किसानों ने संकल्प लिया कि अगर हमारी मांगों का सकारात्मक हल नहीं निकलता है, तो आत्मदाह या तालाबंदी का भी निर्णय ले सकते हैं.
शुक्रवार को अनशनकारियों के समर्थन में पहुंचे स्वामी सहजानंद विचार मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण शर्मा, अनिल कुमार, भाजपा नेता बबन शर्मा, उदेरा स्थान बराज निर्माण संघर्ष समिति के उपेंद्र शर्मा, भ्रष्टाचार विरोधी मंच के सत्येंद्र शर्मा समेत कई किसान नेताओं ने आंदोलन का समर्थन किया.

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