बीते दिनों की याद बन रहा न्यू इयर ग्रीटिंग्स कार्ड
इंटरनेट और मोबाइल ने प्रभावित किया बाजार जहानाबाद : न्यू इयर आने को होता था तो लोगों को अपनों के ग्रीटिंग्स कार्ड पहुंचने की अपेक्षा जरूर होती थी. भाई-बहन, दोस्त के साथ प्रेमी-प्रेमिकाओं को भी यह ग्रीटिंग्स कार्ड एक गजब की अनुभूति प्रदान करता था लेकिन आज दूसरों को अपनापन का एहसास दिलानेवाला यही ग्रीटिंग्स […]
इंटरनेट और मोबाइल ने प्रभावित किया बाजार
जहानाबाद : न्यू इयर आने को होता था तो लोगों को अपनों के ग्रीटिंग्स कार्ड पहुंचने की अपेक्षा जरूर होती थी. भाई-बहन, दोस्त के साथ प्रेमी-प्रेमिकाओं को भी यह ग्रीटिंग्स कार्ड एक गजब की अनुभूति प्रदान करता था लेकिन आज दूसरों को अपनापन का एहसास दिलानेवाला यही ग्रीटिंग्स कार्ड बेगाना हो गया है. अगर कुछ ऐसा ही हाल रहा तो यह केवल बीते दिनों की याद बन कर रह जायेगा. इसके लिए खास तौर पर अगर जिम्मेवार माना जाये तो वो है मोबाइल और इंटरनेट.
इस आधुनिक युग में इंटरनेट और मोबाइल का ऐसा प्रचलन बढ़ा है कि बाजार में ग्रीटिंग्स की मांग बिल्कुल न के बराबर हो गयी है. एक मौसम में ग्रीटिंग्स के कारोबार करनेवाले व्यवसायी आज नव वर्ष के मौके पर भी हाथ-पर- हाथ धरे बैठे हैं. वजह साफ है कि तकनीक का ऐसा दौर चला कि ग्रीटिंग्स कार्ड की लुटिया डूब गयी. कभी इनकी कमाई केवल ग्रीटिंग्स कार्ड से लाखों की हुआ करती थी. लोग चटख ग्रीटिंग्स कार्ड का डिमांड किया करते थे. कुछ लोगों के शौक तो ऐसे हुआ करते थे कि वह स्पेशल स्केचिंग और पेंटिंग से भरपूर ग्रीटिंग्स कार्ड ही खरीदना पसंद करते थे. नववर्ष के आरंभ से 20 दिन पहले से ही इनकी दुकानें सज जाया करती थीं. भीड़ ऐसी कि पहले मेरी खरीदारी हो जाये या फिर हम पहले ही अच्छे ग्रीटिंग्स का चुनाव कर लें इसके लिए होड़ लगी रहती थी. दुकानदारों के पास लोग पैरवी करते थे. और कभी-कभी तो एडवांस में पैसे भी जमा करा दिया करते थे. लेकिन आज कहां गये वो बीते दिन? ग्
ा्रीटिंग्स कार्ड बेचनेवाले दुकानदारों को नये वर्ष के आगमन पर भी दुकान में बैठ कर मक्खी मारना पड़ रहा है. वजह साफ है कि ग्राहक नहीं है. इस नववर्ष के मौके पर इक्का-दुक्का ग्रीटिंग्स बिक जाये ये उनके लिए अहोभाग्य है. कभी पूर्णत: ग्रीटिंग्स कार्ड का व्यवसाय ही करनेवाले कारोबारी आज इस कारोबार से मुंह मोड़ रहे हैं. दुकानदार ग्रीटिंग्स कार्ड के अलावा दूसरे व्यवसाय से खुद को जोड़ रहे हैं. अगर इनके पास ग्रीटिंग्स कार्ड होता भी है, तो वो सिर्फ इनकी दुकान की मैचिंग है, क्योंकि एक व्यवसायी के रूप में ग्रीटिंग्स कार्ड ने ही बाजार में इनकी पहचान बनायी है.
म्यूजिकल ग्रीटिंग की काफी डिमांड
बाजार में इन दिनों म्यूजिकल ग्रीटिंग की काफी डिमांड है. इसमें बटन दबाने पर 2015 का बधाई संदेश गीत सुनाई देता है. यह बच्चों से लेकर युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है. इसकी कीमत तीन सौ रु पये से लेकर आठ सौ रु पये तक है. कई युवा अपने दोस्तों को देने के लिए भी ग्रीटिंग कार्ड की खरीदारी कर रहे हैं.